ज्वाला धोटे का इस्तीफा- कहा- सामाजिक न्याय की बातें केवल चुना‌वी एजेंडे के समान हैं

Resignation of Jwala Dhote- Said- Talks of social justice are like election agenda only
ज्वाला धोटे का इस्तीफा- कहा- सामाजिक न्याय की बातें केवल चुना‌वी एजेंडे के समान हैं
राकांपा की सदस्यता छोड़ी ज्वाला धोटे का इस्तीफा- कहा- सामाजिक न्याय की बातें केवल चुना‌वी एजेंडे के समान हैं

डिजिटल डेस्क, नागपुर. राकांपा अर्बन सेल की शहर अध्यक्ष ज्वाला धोटे ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा है कि, राकांपा में सामाजिक न्याय की बातें केवल चुनावी एजेंडे के समान हैं। नागपुर और विदर्भ में पार्टी की ओर से वसूली एजेंट नियुक्त करने का काम किया जाता है। बार-बार निवेदन के बाद भी यहां के कार्यकर्ताओं की किसी शिकायत या निवेदन पर ध्यान नहीं दिया जाता है। शनिवार को इस्तीफे की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि, अर्बन सेल के स्थानीय पदाधिकारियों ने भी इस्तीफा दिया है। फिलहाल किसी राजनीतिक दल में प्रवेश का विचार नहीं किया है। पिछले कुछ समय से शहर राकांपा में ज्वाला धोटे चर्चा में रही हैं। गंगा-जमुना बस्ती में पुलिस की कार्रवाई को लेकर राकांपा में ही मतभेद सामने आया था। राकांपा की प्रदेश महासचिव आभा पांडे ने पुलिस कार्रवाई का समर्थन किया। ज्वाला धोटे ने पुलिस और आभा पांडे का विरोध किया था। इस बीच ज्वाला ने कांग्रेस व शिवसेना को लेकर भी खुलकर बयानबाजियां कीं। महाविकास आघाड़ी में इन दलों के साथ राकांपा भी शामिल है। कांग्रेस नेता व पालकमंत्री नितीन राऊत के पुत्र कुणाल राऊत को लेकर ज्वाला ने आरोप लगाए थे कि, अपराध प्रवृत्ति के लोगों को कांग्रेस के नेता संरक्षण देते दिख रहे हैं। विकास के मुद्दे पर शिवसेना व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर विदर्भ से भेदभाव करने के आरोप भी उन्होंने लगाए। 

नेता केवल जेल जाने से बचने का प्रयास कर रहे : ज्वाला ने कहा है कि, न्याय की मांग के साथ 9 माह से वरिष्ठ नेताओं से निवेदन किया जाता रहा, लेकिन किसी ने बात नहीं सुनी। उपमुख्यमंत्री अजित पवार अपने निर्वाचन क्षेत्र तक ही सीमित रहते हैं। गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील मौन साधे रहते हैं। महाविकास आघाड़ी के नेता केवल जेल जाने से बचने का प्रयास करते रहते हैं। एेसे में राकांपा में रहकर सामाजिक न्याय का कार्य नहीं किया जा सकता है। 
 

Created On :   3 April 2022 3:01 PM IST

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