RTE : 7204 सीटें, 5699 स्टूडेंट्स का ही चयन

Right to education : 5699 students are selected in lucky draw
RTE : 7204 सीटें, 5699 स्टूडेंट्स का ही चयन
RTE : 7204 सीटें, 5699 स्टूडेंट्स का ही चयन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्राइमरी एजुकेशन के लिए RTE अंतर्गत अंग्रेजी मीडियम की स्कूलाें में नि:शुल्क शिक्षा के लिए आरक्षित 25 प्रतिशत सीटों का पुणे में ड्रॉ निकाला गया। जिले में 7204 आरक्षित सीट RTE प्रवेश के लिए आरक्षित रखी गई है। ड्रॉ में केवल 5699 स्टूडेंट्स का चयन किया गया है। ड्रॉ में निकाले गए स्टूडेंट्स की संख्या निर्धारित कोटे के 1505 से कम है। जिले के 100 स्कूलों का विकल्प नहीं चुने जाने से यह संख्या कम होने की सूत्रों ने जानकारी दी है।

ये परेशानी
गरीब स्टूडेंट्स को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने के लिए शिक्षा का अधिकार कानून लागू किया गया। अंग्रेजी स्कूलों में 25 प्रतिशत सीटें गरीब स्टूडेंट्स के लिए आरक्षित रखी गई। इस प्रक्रिया में जिले के 675 स्कूलों ने रजिस्ट्रेशन किया। प्रवेश की ऑनलाइन आवेदन प्रकिया 5 से 30 मार्च तक चली। पहले दो दिन सर्वर के लड़खड़ा जाने से आवेदन भरने के लिए पालकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा। दो दिन बाद जैसे-तैसे सर्वर ठीक-ठाक काम करने पर आवेदन भरने की प्रक्रिया शुरू हुई। अंतिम दिन तक 26 हजार 263 स्टूडेंट्स के आवेदन भरे गए।   शिक्षण संचालनालय पुणे में संपूर्ण राज्य के स्टूडेंट्स का ड्रॉ निकाला गया। नागपुर जिले में 7204 सीटों के लिए ड्रॉ प्रक्रिया में केवल 5699 स्टूडेंट्स का चयन किया गया। 1505 सीट का ड्रॉ नहीं निकाला गया।

यह है सच्चाई
ड्रॉ प्रक्रिया में आरक्षित सीटों के मुकाबले 1505 विद्यार्थी कम पड़ने पर पहले सभी चौंक गए। सच्चाई जानने पर पता चला जिले के 100 स्कूलों का किसी भी स्टूडेंट के आवेदन में विकल्प नहीं चुना गया। जिन स्कूलों का विकल्प चुना गया, उसी स्कूल की आरक्षित सीटों के लिए ड्रॉ निकाला गया है। जिन स्कूलों का विकल्प नहीं चुना गया, उन स्कूलों की सीटें ड्रॉ में अपने-आप घट गई है। रिक्त सीटों को भरने के लिए विकल्प चुनने का दोबारा मौका नहीं मिलने पर आरटीई कोटे से इन सीटों के घटने का खतरा मंडरा रहा है।

चरणबद्ध तरीके से प्रवेश प्रक्रिया
ड्रॉ में चयन किए गए स्टूडेंट्स को पहले चरण में एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा। यह चरण पूरा होने के बाद दूसरे चरण में 1 से 3 किलोमीटर के दायरे में आने वाली स्कूलाें में प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी। 100 स्कूलों का आवेदन में विकल्प नहीं चुने जाने के चलते निर्धारित कोटे से कम स्टूडेंट्स का ड्रॉ में चयन किया गया है। इन सीटों को भरने के लिए आगे विकल्प चुनने का मौका दिया जा सकता है। - चिंतामण वंजारी, जिला शिक्षणाधिकारी, प्राथमिक विभाग

Created On :   10 April 2019 11:20 AM IST

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