गडचिरोली जिले में एक महीने के भीतर लगेंगे RO, मिलेगा साफ पानी 

RO will be installed in Gadchiroli district within a month for provide pure water
गडचिरोली जिले में एक महीने के भीतर लगेंगे RO, मिलेगा साफ पानी 
गडचिरोली जिले में एक महीने के भीतर लगेंगे RO, मिलेगा साफ पानी 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। गडचिरोली जिले में एक महीने के भीतर आठ आरो (पानी साफ करने की मशीन) लगाए जाएंगे। इसके अलावा राज्यभर में जहां भी शुद्ध पानी के स्त्रोत नहीं हैं। वहां सरकार आरोमशीन लगाने पर विचार कर रही है। विधानसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में जल आपूर्ति व स्वच्छता मंत्री बबनराव लोणीकर ने यह जानकारी दी। भाजपा के कृष्ण गजबे, राजेश काशीवार, डॉ. देवराव होली आदि सदस्यों ने गडचिरोली जिले के कई तालुका में फ्लोराइड युक्त पानी के चलते लोगों के स्वास्थ्य पर मंडरा रहे खतरे से जुड़ा सवाल पूछा था।

जवाब में मंत्री लोणीकर ने बताया कि अप्रैल 2017 से जनवरी 2018 के बीच 13 गांवों से लिए गए 113 नमूनो में से 9 में फ्लोराइड की मात्रा तय मानक से ज्यादा पाई गई। उन्होंने बताया कि सभी ग्राम पंचायतों के लिए साल में दो बार पानी के नमूनों की जांच जरूरी है। इसके लिए एसडीएम कार्यालयों में व्यवस्था है। जहां पानी के नमूने दूषित पाए जाएंगे वहां उपलब्ध निधि के आधार पर आरो लगाने का फैसला किया जाएगा।

ऑक्सिजन की कमी से नहीं हुई किसी की मौत
नाशिक जिले में किसी भी मरीज की मौत ऑक्सीजन की कमी के चलते नहीं हुई है। राज्य में एक मरीजों की मौत के बाद राज्य सरकार ने खुद ही सभी अस्पतालों की जांच की थी। एफडीए द्वारा की गई जांच के बाद ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली दो कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूछे गए सवाल के जवाब में अन्न व औषध प्रशासन मंत्री गिरीष बापट ने यह जानकारी दी।

भाजपा की देवयानी फरांदे, सीमा हिरे कांग्रेस की दीपिका चव्हाण आदि सदस्यों ने नाशिक मनपा और सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई में कमी से जुड़ा सवाल पूछा था। जवाब में मंत्री बापट ने बताया कि नियमों के मुताबिक हर तीन साल में ऑक्सीजन सप्लाई की जांच की जाती है और अगर इस मामले में कोई शिकायत आई तो उस पर गंभीरता से जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

कम अनाज की शिकायत अब खत्म
राशन की दुकानों में दी जाने वाली बोरी में कम अनाज की शिकायत अब खत्म हो गई है। क्योंकि दुकान पर ही अनाज तौल कर दिया जाने लगा है। औरंगाबाद के बैजापुर में सरकारी गोदाम में एफडीए अध्यक्ष ने जांच के बाद पाया था कि बोरियों में तय वजन से कम अनाज है। 2 जून 2017 को गोदाम की छानबीन में 26 कुंतल चावल और 11 कुंतल  66 किलो कम पाया गया था इस मामले में तहसीलदार, नायब तहसीलदार और गोदामपाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

विधानसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में अन्न, सार्वजनिक वितरण व ग्राहक संरक्षण मंत्री गिरीष बापट ने यह जानकारी दी। कांग्रेस के अब्दुल सत्तार, भाजपा के अतुल सावे आदि सदस्यों ने दुकानदारों को कम अनाज मिलने से जुड़ा सवाल पूछा था जवाब में मंत्री बापट ने बताया कि आधार जोड़ने के चलते कई गड़बड़ियों का खुलासा हुआ है। साथ ही प्रति व्यक्ति 35 किलो राशन देने की बजाय परिवार की जरूरत के मुताबिक राशन दिया जा रहा है।

इस महीने पूरी होगी यवतमाल के करलगांव की पेयजल परियोजना
यवतमाल जिले के बाभुलागांव तालुका में स्थित करलगांव में राष्ट्रीय पेयजल जलापूर्ति योजना का काम इस महीने के अंत तक पूरा हो जाएगा। गांव की समिति के आपसी मतभेद के चलते परियोजना में देरी हुई। जलापूर्ति व स्वच्छता मंत्री बबनराव लोणीकर ने यह जानकारी दी। भाजपा के डॉ. अशोक उईके ने परियोजना में हो रही देरी से जुड़ा सवाल पूछा था जवाब में मंत्री लोणीकर ने बताया कि सरकार ने योजना पूरी करने के लिए निधि उपलब्ध कराई है। इसके अलावा पिछले तीन सालों में राज्य की 5121 गांवों और बस्तियों की 4175 अधूरी योजनाओं को पूरा किया गया है।

Created On :   7 March 2018 2:12 PM GMT

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