ऑनलाइन लुटेरों ने बनाई गैस कंपनियों की फर्जी वेबसाइट, कंपनी का दावा-डीलरशिप के लिए विज्ञापन जारी नहीं हुआ

Robbers created fake website online of gas companies
ऑनलाइन लुटेरों ने बनाई गैस कंपनियों की फर्जी वेबसाइट, कंपनी का दावा-डीलरशिप के लिए विज्ञापन जारी नहीं हुआ
ऑनलाइन लुटेरों ने बनाई गैस कंपनियों की फर्जी वेबसाइट, कंपनी का दावा-डीलरशिप के लिए विज्ञापन जारी नहीं हुआ

डिजिटल डेस्क, नागपुर। गैस कंपनियों की डीलरशिप पाने के लिए लोग पूरी ताकत झोंक देते हैं। चूंकि सौदा महंगा होता है, इसलिए पैसे वाले ही इसके लिए प्रयास भी करते हैं। इन पर अब ऑनलाइन फ्रॉड करने वालों की नजर है। धोखाधड़ी के लिए बाकायदा उन्होंने गैस कंपनी की फर्जी वेबसाइट बनाई है। इसके माध्यम से वे डीलरशिप के लिए ऑनलाइन आवेदन मंगा रहे हैं। ऑनलाइन फार्म सबमिट करने के बाद आवेदक को फोन आता है आैर जगह तथा दस्तावेजों के इंस्पेक्शन के लिए 15 हजार रुपए ऑनलाइन जमा करने को कहा जाता है। शिकायत गैस कंपनी तक पहुंची, लेकिन डीलरशिप के नाम पर धोखा करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह बात 2020 की है। अलबत्ता, कंपनी ने दावा किया है कि दो साल से डीलरशिप के लिए कोई विज्ञापन जारी नहीं हुआ, इसलिए लोगों ने सतर्क रहना चाहिए। 

हिंदुस्तान पेट्रोलियम (एचपी), भारत पेट्रोलियम (बीपी) व इंडेन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) की गैस डीलरशिप (एजेंसी) के लिए ऑयल कंपनी की फर्जी वेबसाइट कई महीने से वायरल है। लोग डीलरशिप के मोह में ऑनलाइन फार्म सबमिट कर रहे हैं। फार्म सबमिशन के बाद 8100031422 नंबर से फोन आता है आैर ऑनलाइन 15 हजार रुपए की मांग की जाती है।   

गोंडखैरी के एक युवक ने  एचपी गैस की डीलरशिप के लिए इस वेबसाइट के माध्यम से फार्म ऑनलाइन सबमिट किया। उसने गोंडखैरी में गैस एजेंसी खोलने की इच्छा जताते हुए जरूरी दस्तावेज अपलोड किए। कुछ समय बाद फोन आया कि फार्म स्वीकार हुआ। जगह तथा दस्तावेजों के इंस्पेक्शन का चार्ज 15 हजार रुपए ऑनलाइन भरने होंगे। संबंधित व्यक्ति ने दोस्त के माध्यम से एक परिचित गैस डीलर से संपर्क किया। डीलर ने  फर्जी वेबसाइट होने की जानकारी देते हुए सतर्क रहने को कहा। एचपी गैस कंपनी के सेल्स ऑफिसर सचिन कुमार से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन संपर्क नहीं हो सका।  

मुख्यालय को भेजी है रिपोर्ट

निर्मल माहेश्वरी, सेल्स आफिसर इंडेन गैस कंपनी के मुताबिक सितंबर में फर्जी वेबसाइट की सूचना मिलने के बाद मुख्यालय को इसकी रिपोर्ट भेजी थी। मुख्यालय की तरफ से सोशल मीडिया पेज पर अवेयरनेस चलाया जाता है। पीड़ित को पुलिस में मामला दर्ज कराने को कहा था। फर्जी वेबसाइट की शिकायत पुलिस में करनी चाहिए। गैस कंपनी की तरफ से दो साल से डीलरशिप के लिए कोई विज्ञापन जारी नहीं किया गया है। लोगों ने फर्जी वेबसाइट से सतर्क रहना चाहिए। 
    

Created On :   31 Jan 2021 3:59 PM IST

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