तकलीफों से जूझ कर काम कर रही है RPF, क्राइम मीटिंग में सुनाई समस्याएं

RPF is working in a very dire condition, DRM assures solution
तकलीफों से जूझ कर काम कर रही है RPF, क्राइम मीटिंग में सुनाई समस्याएं
तकलीफों से जूझ कर काम कर रही है RPF, क्राइम मीटिंग में सुनाई समस्याएं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। दक्षिण पूर्वी मध्य रेलवे के अंतर्गत कार्यरत आरपीएफ को विकट परिस्थितियों में काम करना पड़ रहा है। कहीं थाने के भीतर बारिश का पानी घुस जाता है, तो कहीं पर छोटे से कमरे में थाना चल रहा है। डीआरएम शोभना बंदोपाध्याय के साथ हुई क्राइम मीटिंग में एक दर्जन से अधिक थानेदारों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्या से प्रशासन को अवगत कराते हुए समस्या का हल निकालने के लिए कहा। डीआरएम ने समस्या की गंभीरता को देखते हुए जल्द ही उचित उपाय करने का आश्वासन दिया। 

मीलों का सफर तय करने वाली रेल गाड़ियों की सुरक्षा का जिम्मा आरपीएफ ( रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स)  का होता है। दपूम रेलवे नागपुर विभाग अंतर्गत दर्जनों थाने हैं, जिसके अंतर्गत सैकड़ों आरपीएफ कर्मचारी 24 घंटे बारी-बारी से अपना कर्तव्य निभाते हैं, लेकिन प्रशासन का इनकी ओर उदासीन रवैया बना हुआ है। खस्ताहाल थाने, पीने के पानी, रेलवे क्वार्टर की अवस्था खराब आदि समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। ऐसे में सुरक्षा आयुक्त आशुतोष पांडे के नेतृत्व में गोंदिया, नागभीड़, नैनपुर, इतवारी आदि थानों के थानेदार डीआरएम कार्यालय पहुंचे थे। जहां क्राइम मीटिंग के दौरान उन्होंने डीआरएम के सामने अपनी-अपनी समस्याएं भी रखी।

मीटिंग में नागभीड़ के एस.के. सहारे, नैनपुर के एच.के. यादव, राजनांदगांव के कुलदीप कुमार, डोंगरगढ़ के विकास कुमार, इतवारी के पी.एल. विश्वकर्मा, छिंदवाड़ा के मनीष कुमार, मोतीबाग के गणेश गरकल के अलावा तेजस्विनी स्क्वाॅड से उषा बिसेन व सुजाता थोरात का सामावेश था।

महिला यात्रियों के लिए अहम साबित हो रहा तेजस्विनी ग्रुप
कई बार अकेले सफर करने वाली महिला यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार शिकायत करने में भी कार्रवाई नहीं होती है। जिससे अपराधियों को बढ़ावा मिलता है। ऐसे में महिला यात्रियों के लिए 10 मार्च 2018 को दपूम रेलवे नागपुर की ओर से तेजस्विनी स्क्वॉड बनाया है। जो सिर्फ महिला यात्रियों की शिकायतों की ओर ही ध्यान दे रही है। इस स्क्वॉड के माध्यम से अब तक 427 मामले दर्ज कर कार्रवाई की गई है। इनके माध्यम से गोंदिया लाइन पर नियमित सफर करने वाली महिला यात्रियों के लिए इसी नाम का एक वाट्सएप ग्रुप भी बनाया है। जिसमें किसी भी तरह कोई परेशानी होते ही एक मैसेज करना होता है और स्क्वॉड तुरंत कार्रवाई करता है।

Created On :   11 July 2018 5:36 PM IST

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