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आरएसपी टीम कर रही छात्रों को प्रशिक्षित, ट्रैफिक के नियम की दे रहे सीख
डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर यातायात पुलिस विभाग की ओर से आरएसपी (रोड सेप्टी प्रोटेक्शन) की एक टीम गठित की गई है। इस टीम का प्रमुख पुलिस निरीक्षक स्तर का अधिकारी होता है। यह शहर के स्कूलों में जाकर वहां के विद्यार्थियों को ट्रैफिक नियमों के बारे में जानकारी देता है और उनकाे प्रशिक्षित करने का भी काम करता है। नागपुर की सड़कों पर कई बार आरएसपी के यह छात्र सड़कों पर यातायात को सुचारु भी करते नजर आते हैं।
सूत्रों के अनुसार नागपुर में यातायात पुलिस विभाग के मार्फत चलाए जाने वाले आरएसपी टीम में पुलिस निरीक्षक के साथ ही दो हवलदार, तीन सिपाही सहित 10 कर्मचारियों को शामिल किया गया है। यह हर साल नागपुर के सैकड़ों स्कूलों में तकरीबन 10 हजार विद्यार्थियों को ट्रैफिक नियमों के बारे में प्रशिक्षित करते हैं। यातायात पुलिस विभाग के प्रभारी सहायक आयुक्त जयेश भंडारकर का कहना है कि ट्रैफिक नियमों का पालन करना ही सड़क हादसों पर नियंत्रण पाना है। स्कूलों में प्रशिक्षण देने के बाद भी देखने में आया है कि विद्यार्थी ही इस नियम का सर्वाधिक प्रमाण में उल्लंघन करते हैं। इनके साथ ही शहर में शिक्षक और माता-पिता भी कई बार ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करते नजर आते हैं। सुरक्षा नियमों का पालन बच्चों को सिखाना बहुत ज़रूरी है और यह तभी संभव है, जब पैरेंट्स और टीचर्स खुद इन नियमों का पालन करें।
इन बातों का रखें ध्यान
चलते वक्त हमेशा फुटपाथ का उपयोग करें, जहां फुटपाथ न हो, वहां सड़क के एकदम बाईं ओर ही चलें। सड़क क्रॉस करते वक्त जेब्रा क्रॉसिंग सिग्नल, सब-वे, फुटओवर ब्रिज का उपयोग करें। जिन जगहों पर ये सुविधाएं न हों, वहां सुरक्षित जगह देखकर क्रॉस करें। ग्रीन सिग्नल के वक्त ही रोड क्रॉस करें या फिर यदि वहां ट्रैफिक पुलिस है, तो उसके निर्देशों के अनुसार सड़क क्रॉस करें। यातायात पुलिस उपायुक्त चिन्मय पंडित का कहना है कि सड़कों पर सफर करना जिंदगी की बुनियादी जरूरतों में से एक है। सड़कों ने एक तरफ हमारी जिंदगी को आसान बनाया है, तो दूसरी तरफ इसने सड़क सुरक्षा को लेकर हमारे सामने संकट भी पैदा हो गए हैं।
बच्चों को सिखाएं रोड सेफ्टी रूल्स
सूत्रों के अनुसार बच्चों के लिए स्कूल की तरफ से ही बहुत-सी वर्कशॉप्स होती हैं, जिसमें उन्हें इन नियमों के बारे में बताया व समझाया जाता है। ट्रैफिक पुलिस की एसआरपी टीम स्कूलों में जाकर यातायात नियमों की जानकारी देती है। पुलिस विद्यार्थियों को बताती है कि रोड कैसे क्रॉस की जाए और स्कूल बस में भी चढ़ते-उतरते वक्त क्या सावधानियां बरती जाएं। इसमें विद्यार्थियों को सेफ्टी मैन्युल दी गई, जिसमें सही और गलत दोनों बातों का उल्लेख है, जैसे- जेब्रा क्रॉसिंग का इस्तेमाल, सिग्नल संबंधी नियम, फुटपाथ का प्रयोग आदि की जानकारी दी जाती है।
यह भी जानें
देश में रोज 1300 से ज्यादा सड़क हादसे होते हैं और हर दिन सड़क हादसे में करीब 400 मौतें होती हैं। ड्राइविंग के नियमों का पालन करें, स्पीड लिमिट का ध्यान रखें, गाड़ी के टायरों और एयर प्रेशर की नियमित जांच कराएं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरकार रोड सेफ्टी के प्रयास कर रही है और इसके लिए कदम उठा रही है।
सड़क सुरक्षा ट्रस्ट फंड क्या है?
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार विदेशों में प्रत्येक वर्ष लाखों वाहन चालकों, वाहन सवार और पैदल यात्रियों की मृत्यु हो जाती है। करोड़ों लोग घायल हो जाते हैं। सूत्रों की मानें तो सड़क हादसों को देखते हुए सड़क सुरक्षा ट्रस्ट फंड की शुरुआत की गई है। अप्रैल 2018 में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा विश्वभर में (खास तौर पर भारत और कनाडा) में बढ़ते सड़क हादसों को देखते हुए सड़क सुरक्षा ट्रस्ट फंड की शुरुआत की थी।
सड़क हादसे की घटनाएं
सड़क हादसे की घटनाएं हमें चौंकाती जरूर हैं, लेकिन ऐसे हादसे हमारे देश में बेहद आम हैं। आंकड़ों के मुताबिक हमारे देश में हर मिनट में 1 सड़क एक्सिडेंट होता है और हर 4 मिनट में सड़क दुर्घटना में एक जान जाती है। बिना गाड़ी वाले भी महफूज नहीं हैं। गत 10 सालों में दोपहिया वाहनों की संख्या दोगुनी हो चुकी है, लेकिन सवाल उठते हैं कि क्या हमारी सड़कें ट्रैफिक के इस बढ़े बोझ को सह पाने के लिए तैयार हैं। जरूरी है कि आप न सिर्फ रोड सेफ्टी रूल्स के बारे में जानें, बल्कि इनका पालन भी करें। अगर आंकड़ों की बात करें तो भारत में हर छह मिनट में एक मौत सड़क दुर्घटना से होती है और वर्ष 2020 तक यह आंकड़ा हो जाएगा हर 3 मिनट में एक मौत का। यदि सभी नियमों का सही तरीके से पालन करेंगे, तो दुर्घटनाएं कम होंगी।
यह ध्यान रखें
कीप लेफ्ट यानी बाईं ओर ही वाहन चलाएं।
बाईं ओर से टर्न लेना हो, तो टर्न लेने के बाद भी बाईं ओर ही गाड़ी चलाएं।
लेन को कट-क्रॉस न करें, जैसे- आपको बाईं तरफ टर्न लेना है, तो गाड़ी को दाहिनी तरफ रखकर फिर बाईं ओर मुड़ने का जोखिम न उठाएं। शुरू से ही बाईं ओर गाड़ी रखें।
अगर दाहिनी ओर मुड़ना है, तो पहले सड़क के बीच सुरक्षित तरीके से आएं, फिर दाहिनी ओर पहुंचें। टर्न लेने के बाद गाड़ी वापस सड़क की बाईं तरफ ही रखकर ड्राइव करें।
यू टर्न लेते वक्त भी इंडिकेशन ज़रूर दें और जहां यू टर्न की अनुमति नहीं है, वहां से यू टर्न कभी न लें।
वन वे में कभी भी रिवर्स या अपोजिट डायरेक्शन में गाड़ी न चलाएं।
क्या न करें?
शहर में 60 कि.मी. प्रति घंटे की रफ्तार से अधिक पर गाड़ी न चलाएं।
18 से कम उम्रवाले ड्राइव न करें।
व्यस्त सड़कों पर गाड़ी पार्क न करें।
कभी भी टेढ़े-मेढ़े यानी जिग-जैग तरीके से ड्राइव न करें, जो अक्सर टू व्हीलर वाले करते हैं।
Created On :   17 Jan 2020 1:25 PM IST