इनक्लूसिव है RSS, इसे एक्सक्लूसिव समझना गलत : वैद्य

RSS is inclusive, Its Wrong to take it as exclusive : Vaidya
इनक्लूसिव है RSS, इसे एक्सक्लूसिव समझना गलत : वैद्य
इनक्लूसिव है RSS, इसे एक्सक्लूसिव समझना गलत : वैद्य

डिजिटल डेस्क,नागपुर। वरिष्ठ विचारक तथा पत्रकार मा. गो. वैद्य ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ "इनक्लूसिव" है। इसे एक्सक्लूसिव की नजर से देखना गलत है। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता तथा संचार विश्वविद्यालय भोपाल की ओर से डी.लिट की उपाधि से सम्मानित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस विचारकों द्वारा चलाए जाने वाले समाचार-पत्रों की कमान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को सौंपी गई। सम्मान कार्यक्रम स्थानीय लक्ष्मीनगर स्थित बैंक ऑफ इंडिया के सभागृह में आयोजित किया गया। मंच पर सुनंदा वैद्य, विश्वविद्यालय के कुलगुरु जगदीश उपासने, कुलसचिव संजय द्विवेदी, कुलाधिसचिव लाजपत आहूजा उपस्थित थे।

कभी नहीं सोचा था पत्रकार बनूंगा

वैद्य ने कहा कि मैं एक पत्रकार बन पाऊंगा, यह सपने में भी कभी नहीं देखा था। गांधी हत्या के बाद समाज विशेष पर हुए अत्याचार किे गए। दैनिक समाचार-पत्र के संस्थापक भाऊसाहब माडखोलकर का मकान और समाचार-पत्र कार्यालय को आग लगा दी गई थी। इस समाचार-पत्र को पुन: स्थापित करने में संघ का आशीर्वाद रहा। इसलिए कुछ लोग इसे संघ के मुख-पत्र की तरह देखते हैं। इसमें सभी तरह के विचारों को समान महत्व दिया जाता रहा है।  कार्यक्रम का संचालन संजय द्विवेदी ने किया। मान-पत्र का वाचन लाजपत आहूजा ने किया। सहायक कुलसचिव गिरीश जोशी ने आभार माना। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पत्रकार सहित साहित्यजगत से जुड़े लोग प्रमुखता से उपस्थित थे। वैद्य ने कहा कि पत्रकारिता में मेरा प्रवेश संयोग से हुआ है। जनसंघ का नागपुर क्षेत्र का संगठन मंत्री था, तो बीच-बीच में संघ की प्रतिनिधि सभा की प्रस्तावना लिखा करता था। शायद इसी को देख तत्कालीन संघ के सरकार्यवाह बालासाहब देवरस ने मुझे संपादक बनाने का निश्तचय किया। 

Created On :   24 May 2018 6:04 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story