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नियमों को तोड़ने वाले निजी बसों के खिलाफ RTO सख्त, दर्जनभर बसें की गई जब्त

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नियमों को तोड़नेवाली निजी बसों के खिलाफ गत एक सप्ताह से RTO ने सख्त रवैया अपनाया है। इस दौरान कार्रवाई करते हुए लगभग एक दर्जन से ज्यादा बसों को जब्त कर लिया गया है। जिससे लाखों का जुर्माना भी वसूल किया गया है। जब्त बसों की संख्या इतनी हो गई है, कि परिसर हाउसफुल्ल हो गया है। आने वाले दिनों में इसी तरह कार्रवाई की चेतावनी RTO अधिकारियों ने दी है। हालांकि फिलहाल बसों की जब्ती व जुर्माने की वसूली को लेकर अधिकारियों द्वारा गोपनीयता बरती जा रही है।
प्रतिदिन दौड़ती हैं 800 निजी बसें
उल्लेखनीय है कि सुविधा में कमी कहें या यात्रियों की बदलती सोच, लेकिन वर्तमान स्थिति में एस टी बसें रहने के बाद भी निजी बसों की ओर यात्रियों का रूझान बढ़ रहा है। नागपुर शहर से रोजाना विभिन्न क्षेत्र की ओर छोटी-बड़ी लगभग 800 से अधिक बसें दौड़ती है। हैदराबाद, पुणे, मुंबई, औरंगाबाद, बडनेरा, बल्लारशाह, चंद्रपुर, वरोरा, जबलपुर, छिंदवाडा, रामटेक आदि शहरों की ओर रोजाना दर्जनों निजी बसें चलती हैं। जिसमें 25 हजार से अधिक यात्रियों का सफर होता है। भले ही इन बसों में सुविधा की कोई कमी नहीं लेकिन सुरक्षा की कमी साफ तौर पर देखने मिलती है।
बसों में बड़ी-बड़ी गद्दी वाली सीटें, सोने के लिए ट्रेन की तरह बर्थ, एसी, टीवी आदि सुविधाएं दी जाती है, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से नाकाफी इंतजाम है। शॉर्ट सर्किट या अन्य कारणों से बस में आग लगने की घटना कहें या इसके अलावा दुर्घटना होकर बस पलटने की स्थिति, तालाब या नाले में बस का गिरना आदि परिस्थितियों में बस में केवल एक ही दरवाजा रहने से यात्रियों का बस के बाहर सुरक्षित निकलना मुश्किल दिखता है। ऐसे में RTO ने किसी अनहोनी के पहले ही इस पर तोड़ निकालने का प्रयास किया है।
नियमों की उड़ती है धज्जियां
एक बैठक के माध्यम से निजी बस संचालकों यात्रियों के सुरक्षा के लिए कारगर कदम उठाने को कहा गया था। जिसमें बस में आपातकालीन दरवाजा होना चाहिए। वह कहां है। आपातकालीन दरवाजा नहीं रहने पर गाड़ी की खिड़कियों पर बे्रकेबल कांच का उपयोग होना चाहिए। जिसे तोडऩे के लिए हथोड़ी कहां रखी है। आदि जानकारी यात्रियों को बस में चढ़ते ही देना चाहिए। परिणामस्वरूप आपातकालीन स्थिति में यात्री सुरक्षित बस के बाहर निकल पाएं। लेकिन वर्तमान स्थिति में एम बस स्टैण्ड से दौड़नेवाली बसें हों या भोले पेट्रोल पंप परिसर से चलने वाली बसें, मानस चौक से दौड़ने वाली बसें आदि जगहों से चलने वाली बसों में उपरोक्त नियमों की धज्जियां उड़ती दिख रही है। ऐसे में एक फ्लाइंग स्कॉड के माध्यम से लगातार RTO इन पर कार्रवाई कर रहा है। यात्रियों से भरी बसों की जांच कर मामूली खामियों वाली बसों को जुर्माना लेकर छोड़ रहे वही बहुत ज्यादा खामियां लेकर चलने वाली बसों को RTO में लाकर जब्त कर रखा गया है।
अधिकारियों के बदलते ही कार्रवाई तेज
गत 2 माह पहले तक डिप्टी RTO व RTO के पद पर नए अधिकारी नियुक्त हुए है। उनकी ओर से ताबडतोड़ कार्रवाई की जा रही है। सही मागदर्शन व सटीक योजना के चलते नियमों को तोड़नेवाली बसों को सड़क पर दौड़ने की अनुमति नहीं मिल रही है। डिप्टी अधिकारी अतुल आदे ने बताया कि नियमों को तोड़नेवाली बसों को लेकर हमारी ओर से सख्त रवैया अपनाते हुए कार्रवाई की जा रही है।
Created On :   22 Aug 2018 2:18 PM IST