विधानसभा में हंगामा, नाणार पर तीसरे दिन भी गतिरोध जारी, 16 जुलाई तक स्थगित

Ruckus in VidhanSabha for the third consecutive day on Nanar Project
विधानसभा में हंगामा, नाणार पर तीसरे दिन भी गतिरोध जारी, 16 जुलाई तक स्थगित
विधानसभा में हंगामा, नाणार पर तीसरे दिन भी गतिरोध जारी, 16 जुलाई तक स्थगित

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विधानसभा में नाणार परियोजना को लेकर लगातार तीसरे दिन भी गतिरोध जारी रहा। सरकार की ओर से परियाेजना को लेकर जानकारी दी गई, लेकिन आक्रामक शिवसेना सदस्य परियोजना रद्द करने की मांग पर अड़े रहे।

सीएम ने कहा- सहमति पर ही लेंगे निर्णय
मुख्यमंंत्री देवेंद्र फडणवीस ने परियोजना की आवश्यकता की जानकारी देते हुए कहा कि सहमति से ही निर्णय लिया जा रहा है। सरकार किसी पर कोई परियोजना नहीं थोपने वाली है। इस पर भी हंगामा जारी रहा। सरकार की ओर से कुछ विधेयक विधानसभा पटल पर रखे गए। प्रश्नकाल में कुछ प्रश्नों पर चर्चा भी हुई, लेकिन हंगामे को देखते हुए दोपहर 12:05 बजे सभा को सोमवार 16 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

कोंकण क्षेत्र के रत्नागिरी जिले में प्रस्तावित नाणार मेगा रिफायनरी परियोजना काे लेकर सप्ताह भर से विदर्भ में हंगामा चल रहा है। बुधवार को इस मामले काे लेकर सरकार के विरोध में रत्नागीरी जिले के प्रस्तावित परियोजना पीड़ितों का मोर्चा भी निकाला था। विधानसभा में आक्रामक शिवसेना सदस्यों ने विधानसभा सदस्य के आसन के पास से राजदंड लेकर भागने का प्रयास किया था। उसके बाद से नाणार मामले पर विधानसभा में गतिरोध बना हुआ है। गुरुवार को भी डेढ़ घंटे मे ही विधानसभा स्थगित करनी पड़ी थी।

विखे पाटील ने की चर्चा की मांग
शुक्रवार को सुबह 10 बजे विधानसभा का कामकाज आरंभ हुआ। विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागड़े ने प्रश्नकाल की अनुमति दी। तब नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटील नाणार पर चर्चा की मांग करने लगे। गौरतलब है कि कांग्रेस की ओर से विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव लाया गया है। उस प्रस्ताव के तहत नाणार पर चर्चा की मांग नेता प्रतिपक्ष कर रहे थे। नेता प्रतिपक्ष ने यह भी कहा कि सरकार ने सदन में साफ करना चाहिए कि वह नाणार परियाेजना को रद्द करनेवाली है या नहीं।

शिवसेना सदस्य परियोजना पर चर्चा के बजाय उसे रद्द करने की मांग को लेकर हंगामा कर रहे थे। हंगामें को देखते हुए 3 बार विधानसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। इस बीच सरकार की ओर से कुछ विधेयक रखने के प्रयास किये गए। शिवसेना कोटे के मंत्री विधेयक रख रहे थे। इस पर राकांपा सदस्य जयंत पाटील ने कहा कि सरकार की ओर से शिवसेना के मंत्री विधेयक रख रहे हैं और शिवसेना के ही विधायक सरकार का विरोध कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में सभा चलाने का क्या औचित्य रह जाता है। शिवसेना सदस्य हंगामा करते रहे। तालिका सभापति सुधाकर देशमुख ने सभा स्थगित करने की घोषणा की। 

Created On :   13 July 2018 2:47 PM IST

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