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दबंगई : महिला नायब तहसीलदार को रेत माफिया ने कहा, देख लूंगा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। रेत माफिया ने कार्यालय में घुसकर नायब तहसीलदार को धमकी दी। उसका ट्रक जब्त किया गया है। इस कार्रवाई से बौखलाकर ही रेत माफिया ने नायब तहसीलदार को धमकी दी है। इससे अधिकारियों में दहशत व्याप्त है। हिंगना थाने में रेत माफिया और उसके एक साथी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। शुक्रवार की सुबह करीब सवा नौ बजे के दौरान हिंगना तहसील कार्यालय के सामने से रेत से भरा ट्रक (क्र.एमएच 40 बीएल 9951) गुजर रहा था। नायब तहसीलदार ज्योति विक्रम भोसले (33) ने रोकने का इशारा किया। ट्रक रुकते ही पड़ताल की गई। ट्रक में 8 ब्रांस रेत थी। कीमत 64 हजार रुपए बताई जा रही है। नायब तहसीलदार भोसले ने रेत की रॉयल्टी दिखाने को कहा, लेकिन चालक के पास रॉयल्टी नहीं थी। इस कारण नायब तहसीलदार को रेत तस्करी कर लाए जाने का संदेह हुआ। उन्होंने कार्रवाई कर ट्रक को जब्त कर लिया।
ट्रक चालक मुकेश रज्जूलाल चौधरी (34) ने अपने मालिक रवि सीताराम पांडे को पूरी जानकारी दी। कार्रवाई होने से बौखलाए रवि एक साथी के साथ तहसील कार्यालय में आ धमका। नायब तहसीलदार ज्योति भोसले के कक्ष में घुस कर ट्रक छोड़ने को कहा, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। दोनों में वाद- विवाद हो गया। विवाद के दौरान रवि नायब तहसीलदार को धमकाने लगा। कहा- तुम भी हिंगना में ही रहती हो और मैं भी। िकसी दिन तुम्हें देख लूंगा। कार्यालय में घटित प्रकरण में कुछ समय तक हंगामा मचा रहा। इस बीच नायब तहसीलदार ने घटित प्रकरण की जानकारी तहसीलदार संतोष खांडरे को दी। उनके आदेश पर हिंगना थाने में रेत माफिया रवि, मुकेश चौधरी और एक साथी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है।
हिंगना तहसील कार्यालय के सामने हुई घटना, थाने में की शिकायत
पहले भी ऐसी घटनाएं : रेत माफियाओं द्वारा धमकी देने अौर मारपीट करने की घटनाएं पहले भी हुई हैं। सख्त कार्रवाई नहीं होने से ही माफियाओं के हौसले बुलंद हैं।
इस कारण बढ़ा विवाद, ड्यूटी बांटने वाला अधिकारी देरी से पहुंचा, तो उसकी क्रियाविधि का वीडियो बनाने लगा कंडक्टर
गणेशपेठ स्थित एसटी बस स्टैंड में ही एक कंडक्टर व अधिकारी में जमकर मारपीट हुई। कुछ समय के लिए विभाग का काम बंद रहा। मामला थाने तक तो पहुंचा, लेकिन दर्ज नहीं हुआ। पुलिस की मदद से दोनों पक्षों ने आपसी समझौता कर लिया। हालांकि मामले को छिपाने की हरसंभव कोशिश हुई, लेकिन सूत्रों की मानें तो गुरुवार सुबह ही यह घटना हुई है। राज्य मार्ग परिवहन महामंडल की बसों के संचालन का मुख्य जिम्मा एलोकेशन विभाग का होता है। इसी विभाग के अधिकारी बसों में ड्राइवर, कंडक्टर की ड्यूटी लगाने से लेकर उन्हें छुट्टी लेने पर किसी ओर से एडजस्ट करने का गुना-भाग करते हैं। सूत्रों के अनुसार, घटना के दिन सुबह 6 बजे संबंधित अधिकारी कुछ देर से पहुंचा। ऐसे में ड्यूटी पर पहले से आए एक कंडक्टर ने वीडियो बनाना शुरू कर दिया। अधिकारी ने मना किया, तो कंडक्टर हुज्जत करने लगा। विवाद इतना बढ़ा कि हाथापाई और फिर मार-पीट की नौबत आ गई। दोनों गुत्थम-गुत्था हो गए। गाली-गलौज व मारपीट से पूरे कार्यालय में काम ठप हो गया। इस माहौल का सबसे ज्यादा असर नागपुर से राजनांदगांव जाने वाली बस पर भी पड़ा। बस निर्धारित समय पर यहां से छूट नहीं सकी। कई अन्य ड्राइवर व कंडक्टर की ड्यूटी लगाने में भी दिक्कतें आईं। मामले को लेकर दोनों गणेशपेठ पुलिस स्टेशन भी पहुंचे। पुलिस ने दोनों को समझाने के बाद मामला दर्ज न करते हुए समझौता करा दिया। गणेशपेठ डिपो मैनेजर ए. आमनेरकर से इस संबंध में संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। पर संपर्क नहीं हो सका।
Created On :   1 March 2020 2:22 PM IST