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बिना मान्यता कालेज में पढ़ाया जा रहा था संस्कृत, पड़ताल में सामने आई सचाई

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सिविल लाइंस स्थित हिस्लॉप कॉलेज में 11वीं और 12वीं कक्षा में शासन की मान्यता के बगैर संस्कृत विषय पढ़ाने का मामला सामने आया है। राज्य शिक्षा संचालक के आदेश पर अमरावती विभागीय शिक्षा उपसंचालक शरद खंडागले ने स्वयं कॉलेज में पहुंच कर मामले की पड़ताल की। पिछले कई दिनों से पालक की शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं करने वाले नागपुर शिक्षा उपसंचालक सतीश मेंढे को इस कार्रवाई से दूर रखा गया।
पालक महेंद्र सिंह वोहरा ने बीते अप्रैल माह में हिस्लॉप काॅलेज में 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ाए जाने वाले संस्कृत पाठ्यक्रम को मान्यता नहीं होने की शिकायत नागपुर के तत्कालीन शिक्षा उपसंचालक अनिल पारधी से की थी। उन्होंने कॉलेज को केवल स्पष्टीकरण मांग कर औपचारिकता पूरी कर ली।
शिकायत मिलने पर की पड़ताल
कॉलेज के खिलाफ किसी प्रकार की कोई जांच नहीं की। इसके बाद मौजूदा शिक्षा उपसंचालक सतीश मेंढे ने भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद अंत: वोहरा ने विधायक अब्दुल सत्तार की मदद से मामले की शिकायत राज्य शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े से की। पत्र में यह भी स्पष्ट किया कि नागपुर के शिक्षा विभाग के अधिकारी मामले काे दबाने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसे में दूसरे किसी भी विभाग के अधिकारी से प्रकरण की जांच कराई जाए। ऐसे में शिक्षामंत्री के दखल के बाद राज्य शिक्षा संचालक ने अमरावती के विभागीय उपसंचालक को कॉलेज की पड़ताल के लिए भेजा।
यह है कॉलेज पर आरोप
पालक की शिकायत के अनुसार हिस्लॉप कॉलेज में 11वीं और 12वीं कक्षा में संस्कृत विषय को मान्यता नहीं है। इसके बाद भी कॉलेज ने अतिरिक्त विद्यार्थियों को प्रवेश दिए। बीते दिनों यह बात शिक्षा विभाग के ध्यान में आई तो उन्होंने प्रति विद्यार्थी 500 रुपए जुर्माना लगाकर विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा में शामिल होने की अनुमति तो दी, लेकिन इस वर्ष ऐसी गलती दोहराने पर विद्यार्थियों के आवेदन नहीं स्वीकारने की चेतावनी भी दी थी। लेकिन पालक की शिकायत के अनुसार कॉलेज ने एक बार फिर अतिरिक्त विद्यार्थियों को प्रवेश दिया है।
रुटीन निरीक्षण है
यह रुटीन का निरीक्षण है। आप जिस शिकायत की बात कर रहे हैं, पहले मुझे दिखाईए उसके बाद ही जवाब दूंगी।
डॉ. दीप्ति क्रिश्चन, प्राचार्य, हिस्लॉप कॉलेज
और जांच की जरूरत है
राज्य शिक्षा संचालक के आदेश के अनुसार कॉलेज के खिलाफ मिली शिकायत पर सोमवार को कॉलेज का निरीक्षण किया। मामले में नागपुर शिक्षा उपसंचालक की मदद से और जांच करने की जरूरत है।
शरद खंडागले, विभागीय शिक्षा उपसंचालक, अमरावती
Created On :   21 Aug 2018 4:21 PM IST