‘सेव मेरिट सेव नेशन’ महारैली में 110 संगठन पहुंचे, अत्यधिक आरक्षण पर उठाए सवाल

Save merit save nation cause unites over 110 communities
‘सेव मेरिट सेव नेशन’ महारैली में 110 संगठन पहुंचे, अत्यधिक आरक्षण पर उठाए सवाल
‘सेव मेरिट सेव नेशन’ महारैली में 110 संगठन पहुंचे, अत्यधिक आरक्षण पर उठाए सवाल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। आरक्षण के कारण संस्थाओं में गिरावट आई है। शिक्षा से लेकर वित्त, साइंटिफिक या सरकारी सिस्टम की यही स्थिति है। यह हमारे लिए ही नहीं, बल्कि देश के भविष्य के लिए सही नहीं है। हमें संवैधानिक आरक्षण स्वीकार है, लेकिन अत्याधिक आरक्षण गलत है। आरक्षण के लिए तय 50 फीसदी मर्यादा का पालन होना चाहिए। यह बात ‘सेव मेरिट सेव नेशन’ के विदर्भ स्तरीय महारैली के समन्वयक डॉ. अनिल लद्धड़ ने कही। वह   25 अगस्त को कस्तूरचंद पार्क में आयोजित विदर्भ स्तरीय सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान बारिश के बाद भी बड़ी संख्या में लोग आंदोलन में डटे हुए थे। आंदोलन में शामिल सभी लोगों ने मेरिट की शपथ ली।  इसके पूर्व यशवंत स्टेडियम से कस्तूरचंद पार्क तक रैली निकाली गई। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ. राजेन्द्र चांडक, डॉ. संजय देशपांडे, डॉ. अनूप मरार, सचिन पोशेट्टीवार आदि मंच पर उपस्थित थे।

राज्य में 74 फीसदी आरक्षण
डॉ. लद्धड़ ने कहा कि अतिरिक्त आरक्षण को तत्काल रद्द करना चाहिए, जिससे उत्कृष्ट विद्यार्थियों को शिक्षा और नौकरी में समान अवसर मिले। राज्य सरकार के मराठा आरक्षण और केन्द्र सरकार के आर्थिक आरक्षण के कारण राज्य में आरक्षण 74 फीसदी तक पहुंच गया है। इससे उत्कृष्ट विद्यार्थियों के साथ अन्याय हो रहा है और सामान्य वर्ग की जगह कम हो गई। ऐसे में मेरिट के बच्चे कहां जाएंगे। आरक्षण देने की तैयारी पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी शुरू हो गई है, लेकिन हमारे आंदोलन से वहां भी विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। नागपुर के इतिहास में अब तक सामान्य वर्ग ने कोई आंदाेलन नहीं किया, लेकिन जब 16 फीसदी आरक्षण एक दिन में देने का निर्णय लिया गया, तो आंदोलन करना पड़ा। विभिन्न जाति, धर्म और समाज के छोटे-छोटे समूह के 40 फीसदी लोगों के साथ अन्याय हुआ है। जिन विधायकों ने इस बिल का विरोध नहीं किया, वही हमें आकर आश्वासन दे रहे हैं कि हम इस आंदोलन का समर्थन करते हैं। 

इनकी रही उपस्थिति
 इस अवसर पर गोपाल लद्धड़, विनोद फाफट, श्रीकृष्ण बुती, राहुल पांडे, डॉ. प्रमोद मुंदड़ा, चैतन्य शेंबेकर, नंदू घारे, हर्षद भिसीकर, कैलाश जोगानी,  ऋचा जैन, जयप्रकाश पारेख, अनुराधा रिधोरकर, नवीन चांडक, हेमंत राठी, अमर अणे, भानू राजगोपालन, राजेंद्र कुलकर्णी, राजेश अटल, जयंत रानडे, उर्मिला देवी अग्रवाल, सचिन खांडेकर, विवेक भोरे, रॉय थॉमस, रवि मुंगिलवार, आशुतोष गोटे, गजेंद्र गडकर, सुधीर कपूर, अरुप मुखर्जी, राजेश मुंधड़ा, अतुल रेवतकर, राज अगनानी, राजू मोरोने, नुरुल अमीन, रॉय थॉमस, नरेश तिवारी, आरजे राज, अजीत भल्ला, सुशील मुंदड़ा, विवेक भालेराव, प्रणय डागा, अनुरुद्ध गुर्जलवार, हबीब खान आदि उपस्थित थे।
 

Created On :   26 Aug 2019 12:03 PM IST

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