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परिवहन मंत्री ने हड़ताली एसटी कर्मचारियों को दी जेल भेजने की चेतावनी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य सड़क परिवहन महामंडल (एसटी) कर्मचारियों की हड़ताल लगातार दूसरे दिन जारी रही। हड़ताल खत्म कराने में नाकाम साबित हुए परिवहन मंत्री दिवाकर रावते ने हड़ताली कर्मचारियों को जेल भेजनी की धमकी दी। हालांकि वो मीडिया पर गुस्सा उतारते दिखे। हड़ताल से जुड़ा सवाल पूछने पर रावते भड़क गए। इस बीच बुधवार रात तक हड़ताल खत्म करने के लिए सरकार और एसटी कर्मचारी संगठनों के बीच बैठकों का सिलसिला जारी रहा। लेकिन हड़ताल के कारण दीपावली के मौके पर गांवों में जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। उधर अहमदनगर के अकोले तहसील में एसटी के कंडक्टर एकनाथ वाकचौरे की मौत हो गई।
जनहित याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई
एसटी बस की हड़ताल के खिलाफ बांबे हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई। याचिका में तत्काल हड़ताल वापस लेने का निर्देश देने की मांग की गई। इसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के विपरीत बताया गया। बस सेवा जरुरी सेवाओं में शामिल है। एसटी की बसों में रोजाना 65 लाख लोग सफर करते हैं। इसलिए हड़ताल के जरिए इस सेवा को बाधित नहीं किया जा सकता है। जयंत साटम की याचिका पर हाईकोर्ट ने शुक्रवार को याचिका पर सुनवाई रखी है।
बसें हटाने क्रेन का लिया सहारा
उधर उपराजधानी नागपुर में हड़ताल उग्र होती दिखी। बुधवार शाम सड़क पर खड़ी बसों को हटाने के लिए क्रेन बुलानी पड़ी। लेकिन कर्मचारियों ने बसों को हटाने नहीं दिया। सभी बस के ऊपर चढ़ गए, साथ ही मांगों को लेकर नारेबाजी की। मंगलवार रात से पूरे राज्य में एसटी बसों के पहिए थम गए हैं। गणेशपेठ बस स्टैंड पर बेतरतीब बसों खड़ी होने से ट्रैफिक प्रभावित रहा। दिनभर बसों के लिए यहां से वहां घूम रहे यात्रियों को काफी दिक्कतें पेश आईं।
ऑटो और निजी बस चालकों की मौज
महानगर में चक्कर काटनेवाले ऑटो चालकों ने नागपुर से उमरेड, रामटेक, भंडारा, नवेगांव जैसे लंबे रूट पर सवारी ढोई। जिससे ऑटो चालकों को अच्छा रोजगार भी मिला। साथ ही यात्रियों को थोड़ी राहत भी महसूस हुई। हालांकि निजी बस संचालक यात्रियों से ज्यादा किराया वसूलते दिखाई दिए। जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऑटो चालकों ने एसटी बसों से 50 से 70 रुपए अधिक किराया लेकर यात्रियों को मंजिल तक पहुंचाया।
ट्रेनों का सहारा
मनमाड़ में एसटी बस स्टैंड पर सन्नाटा पसरा रहा। जब्कि रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ जुटी। स्टूडेंट्स और नौंकरी पेशा लोगों के सामने खासी समस्याएं खड़ी हुई। नतिजतन ट्रेनों में घुसना दुश्वार हो गया। यात्री जान जोखिम में डालकर ट्रेन के दरवाजों पर लटके दिखे।
Created On :   18 Oct 2017 4:33 PM IST