मेडिकल में ऑटोमेटिक बूम बैरियर, प्रवेश करना अब आसान नहीं

Security String -  Automatic Boom Barrier In Medical
मेडिकल में ऑटोमेटिक बूम बैरियर, प्रवेश करना अब आसान नहीं
सुरक्षा कड़ी मेडिकल में ऑटोमेटिक बूम बैरियर, प्रवेश करना अब आसान नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर. शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल मेडिकल में प्रवेश करना अब आसान नहीं होगा। परिसर में सभी एंट्री प्वाइंट पर ऑटोमेटिक बूम बैरियर लगाए जाने वाले हैं। प्रायोगिक तौर पर पहला बूम बैरियर लगाया गया है। यह ट्रामा सेंटर के सामने वाली सड़क पर लगा है। शुक्रवार से इस बैरियर ने काम करना शुरू कर दिया है। अन्य पांच एंट्री प्वाइंट पर बूम बैरियर लगाए जाने वाले हैं। मेडिकल परिसर में कुछ महीने पहले एक छात्रा को रिवॉल्वर दिखाकर धमकाया गया था। धमकाने वाला युवक ऑटो से आया था। यह ऑटो मेडिकल परिसर के अधिष्ठाता कार्यालय तक पहुंच गया था। उस समय रिवॉल्वर से गोली नहीं छूटने से छात्रा बच गई। इस घटना के बाद मेडिकल प्रशासन सतर्क हुआ। सुरक्षा की दृष्टि से जवानों की संख्या बढा़ने की योजना तैयार की गई। इसके साथ ही मेडिकल परिसर के एंट्री प्वाइंट पर ऑटोमेटिक बूम बैरियर लगाने का निर्णय लिया गया था। अधिष्ठाता डॉ. राज गजभिये ने मेडिकल परिसर की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए बूम बैरियर लगाने के लिए प्रयास किया है। करीब दो लाख कीमत वाले पांच बूम बैरियर लगाए जाने वाले हैं। 

हर अपरिचित से होगी पूछताछ : मेडिकल में लगे बूम बैरियर के सामने पहुंचते ही वह नीचे आकर ऑटोमेटिक रास्ता रोक देगा। यहां बने एक बूथ पर उपस्थित सुरक्षा जवान संबंधितों से सारी जानकारी लेगा। अपरिचित व्यक्ति को कहां जाना है, किससे मिलना है, कौन सा काम है आदि पूछताछ की जाएगी। मेडिकल में सेवारत कर्मचारी, डॉक्टर्स, विद्यार्थी व अन्य सभी अधिकारियों के वाहन पर एक स्टिकर लगाया जाएगा। यह स्टिकर फास्टैग जैसा काम करेगा। उनके आने-जाने में कोई दिक्कत नहीं होगी। बूम बैरियर का स्कैनर वाहन के स्टिकर को स्कैन कर रास्ता खुला कर देगा। जिनके पास वाहन नहीं होगा, उन्हेें प्रवेश पास या पहचान-पत्र दिया जाएगा। उनके अलावा यदि कोई नया व्यक्ति आता है तो वह आसानी से प्रवेश नहीं कर पाएगा। उसकी पूरी पड़ताल की जाएगी। किसी के पास या आई कार्ड न हो तो संबंधित अधिकारी से चर्चा कर उसे प्रवेश दिया जा सकेगा।

समय-समय पर सुधार होता रहेगा

मेडिकल के कर्मचारी, डॉक्टर्स, विद्यार्थी, अधिकारी समेत मरीजों व उनके परिजनों की सुरक्षा की दृष्टि से बदलाव का निर्णय लिया है। इसके अंतर्गत विविध उपाय योजनाओं पर काम किया जाएगा। ऑटोमेटिक बूम बैरियर प्रायोगिक तौर पर शुरू किया है। इसके बाद सभी एंट्री प्वाइंट पर बूम बैरियर लगाए जाएंगे। इससे परिसर में आने वाले असामाजिक तत्वों और अप्रिय घटनाओं पर रोक लगेगी। मेडिकल में समय-समय पर आवश्यकतानुसार सुधार किया जाएगा। 
-डॉ. राज गजभिये, अधिष्ठाता, मेडिकल अस्पताल नागपुर

Created On :   15 May 2022 3:58 PM IST

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