नागपुर में देश का पहला हाईटेक वायरस लैब

Self-reliance - countrys first hi-tech virus lab in Nagpur
नागपुर में देश का पहला हाईटेक वायरस लैब
आत्मनिर्भरता नागपुर में देश का पहला हाईटेक वायरस लैब

डिजिटल डेस्क, नागपुर। देश की सबसे हाईटेक राष्ट्रीय विषाणु प्रयोगशाला नागपुर में बनेगी। इसके लिए 10 एकड़ जगह आरक्षित की गई है। केंद्रीय लोक कर्म विभाग की तरफ से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को 95 करोड़ का प्रारंभिक एस्टीमेट भेजा गया है। इंसानों में पाए जानेवाले वायरस (विषाणु) का यहां परीक्षण होगा। यह प्रयोगशाला बीएसएल-4 लेवल की होगी, जो सबसे हाईटेक व अपग्रेड होगी। केंद्रीय लोक कर्म विभाग नागपुर के सूत्रों ने बताया कि नागपुर देश के मध्य होने से यह प्रोजेक्ट नागपुर में बनाने का निर्णय हुआ है। प्रारंभिक एस्टीमेट दिल्ली भेजा गया है। यह प्रयोगशाला सबसे हाईटेक व सबसे उच्च मानकों में शामिल है। देश में बीएसएल-2 व 3 की प्रयोगशाला है। विषाणु का प्रभाव बाहर न हो, इसलिए परिसर को विशेष रूप से संरक्षित किया जाएगा।

सेमिनरी हिल्स में 10 एकड़ जमीन आरक्षित

सेमिनरी हिल्स स्थित वेटरिनरी कालेज के सामने 10 एकड़ जगह राष्ट्रीय विषाणु प्रयोगशाला (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरॉलाजी) के लिए आरक्षित की गई है और फिलहाल सुरक्षा दीवार बनाने का काम हो रहा है। पहले यह प्रोजेक्ट राज्य सरकार पूरा करनेवाली थी, लेकिन प्रयोगशाला के महत्व, जरूरत व उसकी व्याप्ति को देखते हुए इसे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने हाथ में लिया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव स्तर के अधिकारी बलराम भार्गव ने हाल ही में नागपुर का दौरा कर इस परिसर का निरीक्षण किया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से हरी झंडी मिलने के बाद सीपीडब्ल्यूडी की तरफ से 95 करोड़ का प्रारंभिक एस्टीमेट दिल्ली भेजा गया है।

निदेशक स्तर पर निगरानी

राष्ट्रीय विषाणु प्रयोगशाला पुणे की निदेशक पूरे मामले की निगरानी कर रही हैं। लोक कर्म विभाग व राष्ट्रीय विषाणु प्रयोगशाला पुणे के बीच समन्वय बनाए रखने के लिए एक संपर्क प्रतिनिधि की भी नियुक्ति की गई है। राष्ट्रीय विषाणु प्रयोगशाला पुणे की निदेशक प्रिया अब्राहम से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन जवाब मिला कि वह अवकाश पर हैं। अन्य अधिकारियों ने इस बारे में बोलने से मना किया। 

 

Created On :   7 Nov 2021 2:53 PM IST

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