शौर्य को मां का दुलार दे रहा नर्सिंग स्टाफ, लावारिस हालत में मिला था नवजात

Shaurya was nursing his mothers mother, found unborn in unclaimed condition
शौर्य को मां का दुलार दे रहा नर्सिंग स्टाफ, लावारिस हालत में मिला था नवजात
शौर्य को मां का दुलार दे रहा नर्सिंग स्टाफ, लावारिस हालत में मिला था नवजात


डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। शौर्य...ये नाम एक ऐसे नवजात शिशु का है। जिसे जन्म देने वाली मां समेत अपनों ने त्याग दिया था। अब नर्सिंग स्टाफ से उसे मां का दुलार मिल रहा है। पीआईसीयू (पीकू) नर्सिंग स्टाफ ने ही मासूम को शौर्य नाम दिया है। शौर्य का भले ही नर्सिंग स्टाफ से कोई नाता नहीं है लेकिन, वह हर नर्स की आवाज को अच्छी तरह से पहचानता है, और नर्सिंग स्टाफ ने भी उसे कभी मां की कमी महसूस नहीं होने दी। शौर्य लगभग तीन माह का हो चुका है।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ हर्षवर्धन कुड़ापे ने बताया कि सीएस ऑफिस के समीप लगभग तीन माह पूर्व मिले नवजात को एसएनसीयू से पीकू में शिफ्ट किया गया था। तभी से यूनिट की नर्सिंग स्टाफ बच्चे का पूरा ख्याल रख रही है। स्टाफ ने ही बच्चे को शौर्य नाम दिया है। बच्चा स्टाफ के साथ काफी घुल मिल गया है। चौबीसों घंटे पूरा स्टाफ उसकी देखभाल में लगा रहता है।
नर्सों की आवाज सुनते ही शांत हो जाता है शौर्य-
मासूम उसका ख्याल रखने वाली हर नर्स की आवाज पहचानने लगा है। नर्सिंग या चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की आवाज सुनते ही शौर्य का रोना बंद हो जाता है। अलग-अलग शिफ्टों में ड्यूटी कर रही नर्सिंग स्टाफ पूरी जवाबदारी के साथ शौर्य की देखभाल करती है।  
सीएम ऑफिस के समीप मिला था नवजात-
29 जनवरी की सुबह लगभग 4 बजकर 30 मिनट पर सिविल सर्जन कार्यालय के समीप लोगों को रोने की आवाज सुनाई दी। लोगों ने इसकी सूचना अस्पताल स्टाफ को दी थी। स्टाफ ने मौके पर जाकर देखा तो कपड़े में लपटा एक नवजात शिशु था। जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
तीस दिन एसएनसीयू में रखा-
लावारिस हालत में मिले नवजात को तीस दिनों तक एसएनसीयू में रखने के बाद पीआईसीयू में शिफ्ट किया गया था। लगभग तीन माह से मासूम पीकू के नर्सिंग स्टाफ की देखरेख में है। शिशु रोग विशेषज्ञों के मुताबिक बच्चे की हेल्थ काफी बेहतर है।
यह कर रही देखभाल-
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ हर्षवर्धन कुड़ापे ने बताया कि यूनिट में पदस्थ नर्स कंचन डेहरिया, रीमा सिंग, सरिता बर्मन, शैला थॉमस, योगेश्वरी डेहरिया, दीपिका, नेहा यादव और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रेखा, बीना, पूजा, दीपक, धनकुमार, रामदास, विजय और यश अपनी-अपनी ड्यूटी टाइमिंग में शौर्य की देखभाल करते है।

Created On :   12 May 2020 11:08 PM IST

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