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EVM पर शिवसेना को संदेह, 'सामना' में लिखा मशीन के बल पर UP जीतेंगे योगी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। केंद्र और राज्य सरकार में शामिल शिवसेना ने अब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर संदेह जताया है। गुरुवार को पार्टी के मुखपत्र सामना में ईवीएम को लेकर संपादकीय में उत्तर प्रदेश के स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर यह टिप्पणी की गई है। संपादकीय में कहा गया है कि यूपी में यही चर्चा है कि जनता नहीं ईवीएम जिसको चाहेगी, वह मेयर बनेगा। इसके पहले ऐसा हो चुका है कि मशीन पर बटन कोई दबाओ वोट कमल पर ही जाएगा। सत्ताधारी पार्टी को ईवीएम से कोई दिक्कत नहीं है कि क्योंकि यह उनका आत्मविश्वास बढ़ाता है। तभी तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इतने आत्मविश्वास से जीत का ऐलान कर रहे हैं। भाजपा के लिए जीतना जरूरी है और ईवीएम है तो डर काहे का। गौरतलब है कि इसके पहले विपक्षी दल ईवीएम को लेकर संदेह जताते रहे हैं।
नाक का सवाल
शिवसेना ने योगी सरकार पर सियासी हल्ला बोलते हुए निकाय चुनाव में जीत के लिए डर्टी पॉलिटिक्स का आरोप लगाया। सामना में लिखा है कि वहां जनता का ध्यान बांटने और ईवीएम में छेड़छाड़ के अलावा बीजेपी के पास दूसरा कोई चारा नहीं है। इसके अलावा वहां योगी सरकार की तरफ से फर्जी लोकप्रियता के दावे भी ठोके जाएंगे। क्योंकि योगी सरकार का यूपी में यह पहला फ्लोर टेस्ट है। लिहाजा निकाय चुनाव बीजेपी के लिए नाक का सवाल बन गया है। शिवसेना का यह भी आरोप है कि जहां इवीएम से छेड़छाड़ नहीं होती, वहां बीजेपी कांग्रेस से पीछे रह जाती है। शिवसेना ने कहा कि चित्रकूट, मुरैना और सबलगढ़ इस का प्रमाण है।
आप ने भी लगाया आरोप
इससे पहले आम आदमी पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई ने भी राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर नगर निगम चुनावों में इस्तेमाल ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया। पार्टी ने आरोप लगाया कि 22 नवंबर को चुनाव के दौरान मेरठ और कानपुर में ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की गई थी।
Created On :   23 Nov 2017 9:07 PM IST