शिवसेना विधायक का चौंकाने वाला दावा, गुटखे में मिलाई जाती है छिपकली की पूंछ

Shiv Sena leader Parab clamed, lizard tail is mixed in gutkhas
शिवसेना विधायक का चौंकाने वाला दावा, गुटखे में मिलाई जाती है छिपकली की पूंछ
शिवसेना विधायक का चौंकाने वाला दावा, गुटखे में मिलाई जाती है छिपकली की पूंछ

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधान परिषद में शिवसेना सदस्य अनिल परब ने दावा किया है कि गुटखा में छिपकली की पूंछ काट कर मिलाया जाता है। गुटखा सेवन करने वालों को ज्यादा नशा के लिए गुटखे में छिपकली की पूंछ मिलाई जाती है। उन्होंने कहा कि हकीकत दिखाने मैं संबंधित विभाग के मंत्री कोसाथ लेकर मुंबई की उस झोपड़पट्टी में जा सकता हूं। इस पर विधान परिषद के सभापति रामराजे निंबालकर ने प्रदेश के खाद्य व आपूर्ति मंत्री गिरीश बापट को निर्देश दिया कि वे इस मामले कि जानकारी लेकर ठोस कार्रवाई करें।

पाबंदी के बावजूद बेचा जा रहा खर्रा
प्रश्नकाल में भाजपा सदस्य गिरीश व्यास ने नागपुर में सड़ी सुपारी और तंबाखू से खर्रा तैयार करने बेचे जाने को लेकर सवाल पूछा था। इसके जवाब में मंत्री बापट ने कहा कि राज्य में गुटखा और खर्रा बेचने पर पाबंदी है। इसके बावजूद अवैध रूप से खर्रा बेचा जा रहा है। ऐसे खर्रा बेचने वालों के खिलाफ कड़ी सजा के लिए राज्य सरकार संबंधित कानून में संशोधन करने वाली है।

इससे अवैध रूप से  खर्रा बेचने वालों को सात साल तक की सजा हो सकती है। बापट ने कहा कि लगातार इस काम में लिप्त पाए जाने वालों पर एमपीडीए और मकोका कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस बीच शेकाप सदस्य जयंत पाटील ने दावा किया कि विधानमंडल में गुटखा खाया जाता है। इसके जवाब में बापट ने कहा कि इस बारे में मैं खुद पाटील से जानकारी लेकर उचित कार्रवाई करूंगा।

स्कूलों का अनुदान बढ़ाने को लेकर सकारात्मक विचार
प्रदेश में 20 प्रतिशत अनुदान पाने वाले स्कूलों का अनुदान बढ़ाने को लेकर प्रदेश सरकार सकारात्मक विचार करेगी। विधान परिषद में प्रदेश के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने यह जानकारी दी। प्रश्नकाल में जेडीयू के सदस्य कपिल पाटील ने इस संबंध में सवाल पूछा था।  तावडे ने कहा कि सरकार ने राज्य मंत्रिमंडल की 30 अगस्त 2016 की बैठक में पात्र स्कूलों को 20 प्रतिशत अनुदान देने का फैसला लिया गया था। इसके अनुसार इन स्कूलों का अनुदान दिया जा रहा है। इस पाटील ने कहा कि स्कूलों को हर साल 20- 20 प्रतिशत का अनुदान दिया जाना चाहिए। इससे स्कूलों को 100 प्रतिशत अनुदान मिल सकेगा।

हिंगोली नगर परिषद की तरफ से 15 एमएलडी क्षमता का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट
कयाधू नदी का प्रदूषण रोकने के लिए हिंगोली नगर परिषद की तरफ से 15 एमएलडी क्षमता का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) लगाया जा रहा है। विधान परिषद में एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी। राष्ट्रवादी कांग्रेस के सदस्य रामराव वडकुते ने इस बारे में सवाल पूछा था।

Created On :   16 March 2018 1:58 PM GMT

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