राज का शिवसेना पर बड़ा वार, 5-5 करोड़ में नगरसेवकों को खरीदने का आरोप

Shiv Sena paid Rs 5 crore to each MNS defector: Raj Thackeray
राज का शिवसेना पर बड़ा वार, 5-5 करोड़ में नगरसेवकों को खरीदने का आरोप
राज का शिवसेना पर बड़ा वार, 5-5 करोड़ में नगरसेवकों को खरीदने का आरोप

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने पार्टी के 6 नगरसेवकों के शिवसेना में शामिल होने के दो दिन बाद चुप्पी तोड़ी। राज ने कहा कि मुंबई मनपा में पार्टी के 6 नगरसेवक पैसों से बिक गए। शिवसेना ने एक-एक नगरसेवक को 5-5 करोड़ रुपए देकर खरीदा है। रविवार को अपने आवास कृष्ण कुंज में राज ने शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि उद्धव ने गिरी हुई राजनीति की है, जिसे वह जीवन भर नहीं भूल सकेंगे। राज ने कहा कि शिवसेना से यह उम्मीद नहीं थी। 

राज के तीखे आरोप

राज ने कहा कि शिवसेना को एहसास हो गया है कि पार्टी ने कितनी बड़ी गलती की है। इसलिए सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है कि मैंने ही अपने नगरसेवकों को शिवसेना के पास भेजा है। राज ने कहा कि मैंने इस तरह की गंदी राजनीति कभी नहीं की है और भविष्य में भी नहीं करूंगा। राज ने कहा कि मुझसे और मेरी पार्टी से इसका कोई संबंध नहीं है। राज ने कहा कि मुझे करीब डेढ़ महीने पहले ही नगरसेवकों की चाल का पता लग चुका था, लेकिन सवाल यह है कि जो नगरसेवक मानसिक रूप से भ्रष्ट हैं उन्हें मैं पार्टी में रख कर क्या करूं। 

राज के सवाल

राज ने कहा कि नगरसेवकों को खरीदने के लिए शिवसेना के पास 30 करोड़ रुपए कहां से आए यह सवाल उठाता है। नगरसेवकों को पैसे देने का सबूत शिवसेना के मुखपत्र सामना से ही मिल रहा है। पार्टी ने अपने नगरसेवकों से कहा कि दीपावली में टीवी न खरीदीए पुलिस की नजर है। राज ने कहा कि मनसे ने ठाणे मनपा के महापौर पद के चुनाव सहित अन्य कई मौकों पर शिवसेना की मदद की है, लेकिन अब मदद मांगने आएंगे तो गाल पर तमाचा मिलेगा। 

कई विधायक और नगरसेवक साथ आने को थे तैयार

राज ने कहा कि मैंने जब शिवसेना छोड़ा थी, तब मैंने शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहब ठाकरे को बताया था। उस समय मेरे साथ कई विधायक और नगरसेवक आने को तैयार थे। लेकिन मैंने तय किया था कि किसी दल को तोड़कर मुझे नहीं पार्टी नहीं बनानी है। उस समय जिनकी इच्छा थी वहीं नेता मेरे साथ आए थे। राज ने कहा कि बालासाहब ठाकरे ने इस तरह की राजनीति कभी नहीं की, जैसा अब उद्धव और उनके सहयोगी कर रहे हैं।

Created On :   16 Oct 2017 3:04 AM GMT

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