शिवसेना कार्यकर्ताओं ने किया शिंदे का विरोध, पुतला फूंका- होर्डिंग्स लगाने पर दी चेतावनी

Shiv Sena workers agitation against Shinde, burnt effigies, warned those who put up hoardings
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने किया शिंदे का विरोध, पुतला फूंका- होर्डिंग्स लगाने पर दी चेतावनी
प्रदर्शन शिवसेना कार्यकर्ताओं ने किया शिंदे का विरोध, पुतला फूंका- होर्डिंग्स लगाने पर दी चेतावनी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शिवसेना में बगावत को लेकर कार्यकर्ताओं का रोष सामने आया। रविवार को बागी नेता एकनाथ शिंदे के विरोध में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। प्रतिकात्मक पुतला फूंका। शिंदे के समर्थन में होर्डिंग्स लगानेवालों को चेतावनी दी गई। कहा गया कि जो भी शिंदे का समर्थन करेगा उसका विरोध शिवसेना स्टाइल में किया जाएगा। शिवसेना स्टाइल का आशय सख्त विरोध से था। यह भी चेतावनी दी गई कि शिंदे समर्थन में पोस्टर , बैनर बनानेवालों का भी विरोध किया जाएगा। महानगर प्रमुख प्रमोद मानमोडे व किशोर कुमेरिया ने अलग अलग प्रदर्शन का नेतृत्व किया।

सेना भवन में नारेबाजी

महानगर प्रमुख प्रमोद मानमोडे के नेतृत्व में गणेशपेठ स्थित सेना भवन में एकनाथ शिंदे व भाजपा के विरोध में नारेबाजी की गई। मानमोडे दक्षिण, दक्षिण पश्चिम व मध्य नागपुर विधानसभा क्षेत्र की संगठनात्मक जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि नागपुर में सभी शिवसेना कार्यकर्ता मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ में हैं। भाजपा ने षड़यंत्र रचकर शिवसेना को चुनौती देने का प्रयास किया है। लेकिन यह षड़यंत्र सफल नहीं होगा। राज्य की जनता व शिवसेना कार्यकर्ता उद्धव ठाकरे के नेतृत्व को ही मानते हैं। शिंदे के साथ गुवाहाटी जानेवाले विधायकों की भूमिका का सभी विरोध कर रहे हैं। शहर प्रमुख नितीन तिवारी , प्रवीण बरडे, दीपक कापसे सहित वरिष्ठ पदाधिकारियों ने संबोधित किया। पदाधिकारियों में सुरेश साखरे, जयदीप पेंडके, मुन्ना तिवारी, सुरेखा गाडे, राजेश वाघमारे, पुष्पा पौनीकर, वैशाली उदापुरकर, नाना झोडे, योगेश गोनाडे, विशाल गोरके, रमेश काकडे,चंदू कावले सहित अन्य शामिल थे।

कुमेरिया के नेतृत्व में प्रदर्शन
दोपहर में रेशमबाग स्थित सेना कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया गया। प्रतिकात्मक पुतला फूंका गया। बागी नेता एकनाथ शिंदे के विरोध में प्रदर्शन का नेतृत्व महानगर प्रमुख किशोर कुमेरिया ने किया। उनके साथ पूर्व, उत्तर व पश्चिम नागपुर विधानसभा क्षेत्र के पदाधिकारी थे। कुमेरिया ने कहा कि शिंदे को शिवसेना ने महत्वपूर्ण पद दिए। मंत्री पद के अलावा विविध दायित्व दिया गया। लेकिन शिंदे ने शिवसेना कार्यकर्ताओं की भावना को आहत करनेवाला कार्य किया है। असहमति हो तो शिवसेना प्रमुख से आमने सामने चर्चा की जा सकती थी। लेकिन शिंदे ने बगावत कर दी। शिवसेना के निष्ठावान कार्यकर्ता हर स्थिति में संगठन से जुड़े रहेंगे। स्वार्थ के लिए संगठन से दूर जानेवालों को जनता सबक सिखाएगी। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने शिंदे के विरोध में जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन में चंद्रहास राऊत, राजेश कनोजिया, अजय दलाल, अंकुश कडू, हरि बानाइत, किशोर ठाकरे, किशन प्रजापति, सुनील बैनर्जी, सुरेखा गाडे, वैशाली उदापुरकर, माधुरी मौंदेकर, महिमा दाऊधारिया सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल थे।  
 

Created On :   26 Jun 2022 6:02 PM IST

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