जय कन्हैया लाल की उद्घोष के साथ फोड़ी मटकी, जानिए नागपुर में क्या रहा खास

Shot Matki with Jai Kanhaiya lal ki slogan, different programs organised in Nagpur
जय कन्हैया लाल की उद्घोष के साथ फोड़ी मटकी, जानिए नागपुर में क्या रहा खास
जय कन्हैया लाल की उद्घोष के साथ फोड़ी मटकी, जानिए नागपुर में क्या रहा खास

डिजिटल डेस्क, नागपुर। हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की... उद्घोष से जन्माष्टमी के अवसर पर इतवारी का तांगा स्टैंड गूंज उठा। सड़क के बीचों-बीच रेत और घास डालकर मटकी फोड़ने के लिए मैदान तैयार था। मैदान के चारों ओर और इमारतों की छत पर लोग खड़े होकर मटकियों को देख रहे थे। तभी महिलाओं का ग्रुप मटकी फोड़ने मैदान पहुंचा। डीजे की धुन पर कानों पर गूंज रही। मैदान को घेर कर खड़े लोगों के पांव थिरक रहे थे। "जय कन्हैया लाल की" जयकारे बार-बार सुनाई पड़ रहे थे। एक के बाद एक तीनों महिला मंडल ने मटकी को तोड़ने का प्रयास किया। सफल प्रदर्शन के बाद धीरे-धीरे मटकी की ऊंचाई को कम कर दिया गया। शाम होते ही रोशनी कम होने लगी। चारों ओर लाइट चालू कर दी गईं। इसी बीच, बारिश की बौछारों ने दही हांडी कार्यक्रम में उत्साह बढ़ गया। राधा कृष्ण महिला मंडल न्यू सोनेगांव नागपुर की टीम ने एक के ऊपर एक 4 लोगों ने दही- हांडी तोड़ दी। पुरुष वर्ग में जय भोलेश्वर क्रीड़ा मंडल सोनझरी नगर ने मटकी फोड़ी।  महिलाओं की दही-हांडी की ऊंचाई 20 फीट और पुरुषों की दही-हांडी की ऊंचाई 25 फीट रखी गई। महिला मंडल को 51 हजार और पुरुष मंडल को 2 लाख 51 हजार पुरस्कार दिया गया। उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सरिता मोहन मते उपस्थित थीं। इतवारा नवयुक मंडल दही-हांडी उत्सव के संयोजक संजय खुले, पूर्व सांसद अविनाश पांडे, पूर्व मंत्री अनीस अहमद,  नगरसेवक बाल्या बोरकर, रमेश पुणेकर, प्रफुल्ल गुड़धे, किशोर जिचकार, वंदना यंगटवार, श्रद्धा पाठक, विद्या कन्हेरे, सरला नायक, राजेश घोड़पागे, संगीता तलमले, ऋचा जैन, डीआईजी नीलेश भरणे 

बजेरिया में वेशभूषा व दही हांडी स्पर्धा

उधर बजेरिया चौक, संतरा मार्केट परिसर के कुंडलेवाड़ा में जन्माष्टमी पर वेशभूषा व दही हांडी स्पर्धा आयोजित की गई। राधा, कृष्ण, सुदामा, पेंद्या, वाकड्या, लंगड्या आदि लीलाएं प्रस्तुत की गई। भगवान श्रीकृष्ण का प्रथम पूजन जयप्रकाश गुप्ता ने किया। इस अवसर पर भागवताचार्य ताराचंद शर्मा, नगरसेवक संजयकुमार बालपांडे, रमेश पुणेकर, पूर्व नगरसेवक दीपक पटेल, संजय चौरसिया, पंडित ब्रजभूषण शुक्ला, राजेश कश्यप, महेश श्रीवास, दिलीप भुरे, अजय शाहू, अनिल गुप्ता, सौरभ कहार, राजेश बैसवारे, खुशालचंद नायक, महादेव प्रजापति आदि उपस्थित थे। सफलतार्थ कृष्णा प्रजापति, नीरज पटेल, सारिका गुप्ता, जयश्री कुंडले, माधुरी बालपांडे, मीना बैरागी, स्मृति कुंडले, ओंकार कुंडले आदि ने प्रयास किया।

स्वामी नारायण स्कूल में दही-हांडी

पूर्व वर्धमान नगर स्थित द स्वामी नारायण स्कूल में संगीतमय वातावरण में कृष्ण जन्माष्टमी मनाई गई। मुख्य अतिथि वेदप्रकाश सोनी के हस्ते  दीप प्रज्वलन कर व स्वामी नारायण भगवान की आरती की गई। वेशभूषा प्रतियोगिता, नृत्य प्रतियोगिता, कृष्ण लीला पर आधारित नाटक, दही-हांडी आदि सांस्कृतिक एव आध्यात्मिक कार्यक्रम हुए। प्रसाद वितरण कर  कार्यक्रम का समापन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन हरीश  कोठारी, प्राचार्या लक्ष्मी सिस्टा, मुख्याध्यापिका श्वेता खंडेलवाल, व्यवस्थापक हार्दिक पटेल, वैलेशमाइ उन्नरकर तथा व्यवस्थापन समिति के सदस्य उपस्थित थे।

राधा, कृष्ण, गोपियों की वेशभूषा में पेश किए नृत्य

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर डी. वी. पब्लिक स्कूल में विद्यार्थियों ने राधा, कृष्ण, गोपिकाओं की वेशभूषा धारण कर नृत्य पेश किए। विद्यार्थियों के नृत्यों से स्कूल में वृंदावन साकार हो गया। नृत्य के बाद दही-हांडी फोड़ी गई। सरस्वती तथा श्रीकृष्ण की प्रतिमा को माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम की शुरुआत की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षण मंडल के सचिव दीनदयाल गुप्ता ने की। इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता, प्रधानाध्यापक दुर्गा भदोरिया, सपना खमेले, शिक्षक सुष्मिता गंगवानी, लिपिक नारायण नाखले, श्याम कनोजिया प्रमुखता से उपस्थित थे। सफलतार्थ  शिरीन पठान, मृणाली मेश्राम, निशा नाखले, राखी गौतम, प्रिया गुप्ता, रूपाली कालबांडे आदि ने प्रयास किया।

कृष्ण के जीवन पर आधारित नृत्य नाटिका व ड्रामा की प्रस्तुति

नारीशक्ति संस्था द्वारा जन्माष्टमी का बधाई उत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। इतिश्री संस्था द्वारा कृष्ण के जीवन पर आधारित नृत्य नाटिका व ड्रामा प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भजन गायन के साथ हुआ। इस अवसर पर रविनगर स्थित अग्रसेन भवन को फूलों से सजाया गया।
पूरा दृश्य मथुरा वृंदावन से साकार किया गया। कान्हा के प्रसाद भोज की थाली सजाओ विजेता में प्रथम चेतना अग्रवाल रहीं। कृष्ण को  रिझाने के लिए परिधान व तैयार होने पर विजेता ट्विंकल बखरिया, रूपाली अग्रवाल और वंदना अग्रवाला विनर रहीं। कार्यक्रम को सफल बनाने में संयोजिका सीमा अग्रवाल, मधु अग्रवाल, संध्या अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, सुनीता डालमिया, लीला अग्रवाल, पूनम तायल, संध्या अग्रवाल, कविता खेमका, अनुसुया अग्रवाल, लता अग्रवाल, सोनम अग्रवाल, स्वीटी बजाज, रक्षल अग्रवाल, रानी जैन का योगदान रहा।

विंग्स किंडर गार्टन काॅन्वेंट में दही-हांडी

रहाटे कॉलोनी स्थित विंग्स किंडर गार्टन काॅन्वेंट में दही-हांडी उत्सव मनाया गया। विद्यार्थियों ने श्रीकृष्ण लीला प्रस्तुत की। संगीत की ताल पर विद्यार्थियों ने दही-हांडी फोड़ी। मुख्याध्यापक मीना उधोजी व व्यवस्थापक नितीन उधोती के मार्गदर्शन में उत्सव मनाया गया। अर्चना दरभा, मंदा बनकर, दीप्ति जोशी, वनिता हस्तक, कविता देवईकर, उर्वशी काटनकर, मंजू लघाटे, गौरी धामनकर, पूनम सावडिया, अश्विनी राजनकर, सरिता गहारवार आदि बालगोपालों ने दही-हांडी में हिस्सा लिया।

वेद नगर में कन्हैया का जुलूस

उत्तर नागपुर के वेद नगर में श्रीकृष्णा जन्माष्टमी की धूम रही। जन्माष्टमी पर्व पर नगर वासियों ने अपने घर में  श्रीकृष्ण की मूर्ति  स्थापित कर जन्माष्टमी  मनाई। कन्हैया का विसर्जन करने जुलूस निकाला गया। कोराडी तालाब में  मूर्ति विसर्जन किया गया। जुलूस में वरिष्ठ नागरिक गंगाराम भगत, खेमराज दमाहे, कैलाश रांहागडाले, जितेंद्र पटले, दशरथ बिसेन, श्याम रांहागडाले, गूंजन भगत, गुरुप्रकाश भगत, प्रेम चौधरी, कृष्णा नामदेव, किशन नामदेव, केशव पटले, केशौराव पटले, देवेंद्र अमुले, सरोज अंबानी, संदीप कटरे, सोनू राणा, वनिता दमाहे, दीव्या बिसेन, ज्योति पटले, ज्योति राहंगडाले, गायत्री भगत, शालिनी रांहागडाले, दिनेश्वरी भगत आदि कृष्ण भक्त सहभागी हुए।

बच्चे समाज की धरोहर

गलत संगत या संस्कार मिलने पर जीवन बर्बाद हो जाता है। बच्चे समाज की धरोहर है। उसे संभाना, अच्छे संस्कार देना हम सभी की जिम्मेदारी है। श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मोठे मंदिर के इंद्र भवन में सुवीर सागर महाराज ने यह उद्बोधन किया। वे हर शनिवार और रविवार सकल जैन समाज के बच्चों की पाठशाला में मार्गदर्शन करते हैं। माता-पिता की अच्छी सेवा, हाथ में कलश लेकर हर दिन भगवान का अभिषेक करने, व्यसन से मुक्त रहने आदि पाठ बच्चों को पढ़ाए जाते हैं। महाराज ने कहा कि जो बच्चे राह से भटक गए, उन्हें समय रहते योग्य मार्गदर्शन नहीं मिला। समय जाने के बाद पछताने की बारी नहीं आए, इसलिए माता-पिता से अपने बच्चों पर अच्छे संस्कार करने, पाठशाला में बच्चों को पहुंचने की जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया गया। महाराज ने कहा कि संसार के चक्र और अष्टकर्म के घेरे में जीव अनादि काल से चक्कर काट रहा है। मृत्यु आती तब रुक जाता है। जन्म लेने पर फिर संसार का चक्र घूमना शुरू हो जाता है। आत्मा रत्नत्रय से मंडित है। कर्मों का उस पर आवारण होने से आत्मा के अनंतज्ञान, अनंत दर्शन, अनंत सुख और अनंत वीर्य, जैसे अनंत चतुष्टय गुण प्रकट नहीं होते। उसके लिए विभाव को छोड़कर आत्मा के स्वभाव में जाना पड़ता है। स्वभाव में आने के लिए देव, शास्त्र, गुरु की शरण लेकर तप साधना करनी पड़ती है। मनुष्य को पेट और पेटी भरने की चिंता दिन-रात सताती रहती है। उसी काम में लगा रहता है।  

नानीबाई रो मायरो कल से

इसके अलावा नानीबाई रो मायरो का आयोजन 26 से 28 अगस्त तक होगा। माहेश्वरी महिला संगठश्की अोर से आयोजन िकया गया है। पं. गोपाल दाधीच की अमृतवाणी में कार्यक्रम होगा। मुख्य यजमान गोपाल रांदड, मेघा भांगडिया है। माहेश्वरी पंचायत के अध्यक्ष चंद्रकिशोर चांडक, सचिव सदाशिव राठी, माहेश्वरी महिला संगठन की अध्यक्ष राजबाला राठी, सचिव निशि सांवल, युवा संगठन अध्यक्ष हेमंत राठी, सचिव शैलेश मोकाती, संयोजक मेघा भांगडिया, उर्मिला चांडक, उमा राठी, ज्योति भूतडा, स्वाति चांडक, आयोजक पूनम झंवर, श्वेता राठी, रेणू नबीरा, दीप्ति सांवल, वंदना राठी, सुनीता कलंत्री, मोनिका राठी, रूपाली डांगरा, सविता मुंदडा, लक्ष्मी राठी, सरोज राठी, कृष्णा मोहता, ज्योति हेडा, शैला सांवल, अमिता चांडक, मीना चांडक, सरोज सांवल, मालती चांडक, शोभा जावंधिया, स्वाति चांडक, भावना कुलधरिया, पुष्पा राठी, शीतल लखोटिया, सोनल लोया, कल्पना राठी, सविता बिसानी, संध्या कंधारी, स्वाति डांगरा, किरण भट्टड, रानी भट्टड आदि का सहयोग प्राप्त है।

Created On :   25 Aug 2019 10:10 AM GMT

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