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कांग्रेस का अंतर्कलह फिर उजागर, चतुर्वेदी को नोटिस देने पर राहुल को भेजा पत्र

डिजिटल डेस्क,नागपुर। अंतर्कलह के चलते शहर में हाशिए पर पहुंची कांग्रेस में नया विवाद उभरने लगा है। पूर्व मंत्री सतीश चतुर्वेदी को शहर कांग्रेस की ओर से भेजे गए कारण बताओ नोटिस से असंतुष्ट नेताओं ने एकजुट होकर शहर कांग्रेस के अध्यक्ष विकास ठाकरे व अन्य के विरोध में कांग्रेस अघ्यक्ष राहुल गांधी को शिकायत पत्र भेजा है। निवेदन किया गया है कि नागपुर में कांग्रेस का अंदरुनी मतभेद दूर करने के लिए पर्यवेक्षक भेजे जाएं। असंतुष्ट नेताओं का कहना है कि मनपा चुनाव के एक वर्ष बाद उस चुनाव में चतुर्वेदी की भूमिका पर अब सवाल उठाया जाना समझ से परे है। गौरतलब है कि शहर कांग्रेस की ओर से चतुर्वेदी को नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में उल्लेख है कि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अशाेक चव्हाण के निर्देश पर कारण बताओ नोटिस भेजा जा रहा है। चतुर्वेदी ने कहा है कि उन्हें अब तक किसी तरह का नोटिस नहीं मिला है।
राहुल को भी है जानकारी
असंतुष्ट नेताओं का कहना है कि सतीश चतुर्वेदी, नितीन राऊत, अनीस अहमद के अलावा अन्य नेताओं के असंतोष से राहुल गांधी भी अवगत है। शहर ही नहीं प्रदेश अध्यक्ष के विरोध में भी राहुल गांधी से शिकायत की गई है। प्रदेश अध्यक्ष अशोक चव्हाण व प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश को पद से हटाने की मांग की जा चुकी है। मनपा में असंतुष्ट नेताओं का गुट मुख्य विपक्ष की भूमिका अपनाए हुए है। प्रदेश व शहर नेतृत्व को लेकर कांग्रेस में अंदरुनी राजनीति कुछ इस कदर प्रभावी रही कि उन्हें न्यायालय की शरण लेनी पड़ी। विवाद सुलझाने के लिए कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं को नागपुर भेजा गया था। इसके बाद में विवाद दूर नहीं हुआ। ऐसे में एकाएक नोटिस भेजने का क्या औचित्य रह जाता है। नागपुर में संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई।
मिलजुलकर करना होगा काम: चतुर्वेदी
सतीश चतुर्वेदी ने कहा है कि उन्हें अब तक पार्टी से किसी तरह का नोटिस नहीं मिला है। अन्य दल लोकसभा व विधानसभा के चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। संघ भूमि में कांग्रेस को पुन: पहले जैसी स्थिति में लाने के लिए सभी को मिल-जुलकर काम करना चाहिए। समाचार पत्रों के माध्यम से नोटिस की बात करना यह दर्शाता है कि शहर कांग्रेस के नेतृत्व का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। इससे पहले कांग्रेस के नगरसेवकों को नोटिस भेजा गया था। इस तरह नोटिस जारी करने से संगठन का काम कैसे आगे बढ़ेगा, यह नोटिस भेजनेवाले ही तय करें।
Created On :   29 Jan 2018 2:34 PM IST