इतिहास बन जाएगी छोटी लाइन, बचा है केवल 110 किमी का काम

Small lines become the history after installation of new lines
इतिहास बन जाएगी छोटी लाइन, बचा है केवल 110 किमी का काम
इतिहास बन जाएगी छोटी लाइन, बचा है केवल 110 किमी का काम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मेट्रो और एक्सप्रेस वे से शहरों को जोड़ने की तैयारी जहां चल रही है, वहां छोटी लाइन अब इतिहास बनने जा रही है। नागपुर विभाग में वर्तमान में केवल 442 किमी ही नैरोगेज बची है। इसमें भी 332 किमी पर काम शुरू है। ऐसे में नागपुर-नागभीड़ की 110 किमी ही ऐसी है, जिस पर काम नहीं चल रहा। हालांकि इस पर भी जल्द ही काम शुरू होने वाला है। मध्य रेलवे नागपुर मंडल से तो वैसे भी इस लाइन का नामोनिशान खत्म हो गया है।  

ब्राडगेज में शीघ्र तब्दील
नागपुर-नागभीड़ व नागपुर-छिंदवाड़ा छोटी लाइन पुरानी सातपुड़ा रेलवे का भाग है। इसे वर्ष 1904 से 1911 के दौरान बनाया गया था। अब तक इस लाइन पर नैरोगेज की गाड़ियां चल रहीं हैं, लेकिन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर इसे पूरी तरह हटाने में लगी है। वर्ष 1997 में इस लाइन को पूरी तरह से बड़ी लाइन में तब्दील करने की घोषणा हुई थी। अब तक गोंदिया-जबलपुर सेक्शन में गोंदिया से बालाघाट व बालाघाट से कटंगी गेज कनवर्शन का काम पूरा हो गया है। नागपुर-छिंदवाड़ा छोटी लाइन को बड़ी लाइन में बदलने का ऐलान भी कुछ वर्षों पहले किया गया था।  

नागपुर-छिंदवाड़ा का 35 किमी का काम पूरा 
नागपुर-छिंदवाड़ा लाइन को बड़ी लाइन में तब्दील करने का काम वर्षों पहले शुरू हुआ है। वर्तमान स्थिति में छिंदवाड़ा से भंडारकुंड तक का काम पूरा हो गया है, जो 35 किमी है। इस पर गाड़ी भी चलाई जा रही है। अभी भंडारकुंड से इतवारी 110 किमी पर काम शुरू है, जो दोनों तरफ से हो रहा है। 

यहां काम पूरा, गाड़ियां भी शुरू
बालाघाट-समनापुर 17 किमी ,जबलपुर-सुक्रीमंगला 44.81 किमी ,सुक्रीमंगला-घँसौर 35 किमी ,नैनपुर-चिरायडोंगरी 20 किमी , छिंदवाड़ा-भंडारकुंड 35 किमी

इनका काम चल रहा 
समनापुर-नैनपुर 59 किमी ,चिरायडोंगरी-मंडलाफोर्ट  23 किमी ,नैनपुर-छिंदवाडा 141 किमी , भंडाकुंड-इतवारी 110। उल्लेखनीय है कि विदर्भ में चलने वाली शकुंतला एक्सप्रेस की काफी मांग थी लेकिन ब्राडगेज निर्माण की चल रही प्रक्रिया के चलते इसे बार-बार बंद -चालू  किए जाता है। 
 

Created On :   21 Aug 2018 3:55 PM IST

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