दैनिक भास्कर की नई पहल: वर्ल्ड फोटोग्राफी डे पर स्मार्ट नागपुर, स्मार्ट फोटोग्राफ’ के परिणाम घोषित

Smart Nagpur, Smart Photographs results on the World Photography Day announced
दैनिक भास्कर की नई पहल: वर्ल्ड फोटोग्राफी डे पर स्मार्ट नागपुर, स्मार्ट फोटोग्राफ’ के परिणाम घोषित
दैनिक भास्कर की नई पहल: वर्ल्ड फोटोग्राफी डे पर स्मार्ट नागपुर, स्मार्ट फोटोग्राफ’ के परिणाम घोषित

डिजिटल डेस्क, नागपुर। वर्ल्ड फोटोग्राफी डे पर दैनिक भास्कर ने नई पहल की। उद्देश्य था-शहर वासियों को अपनी प्रतिभा निखारने का मौका मिले। साथ ही साथ शानदार मंच भी। ‘स्मार्ट नागपुर, स्मार्ट फोटोग्राफ’ शीर्षक तले हमने पाठकों से प्रतिस्पर्धा में भाग लेने का आह्वान किया। करीब 1000 से अधिक पाठकों के फोटो हमें प्राप्त हुए। अलग-अलग एेंगल, शानदार लोकेशन्स। नि:संदेह पाठकों ने अपने हुनर का उत्कृष्ट नमूना पेश किया है। कुछ तस्वीरें तो ऐसी हैं मानो बोल पड़ेंगी।

इन सजीव तस्वीरों में से फर्स्ट, सैकेंड और थर्ड के रूप में चयनित करना हमारे निर्णायकों के लिए मुश्किल भरा रहा। अंतत: हमारे  निर्णायक फोटोग्राफर जयंत हरकरे तथा संजीब गांगुली ने 5 फोटो को फर्स्ट, सैकेंड और थर्ड प्राइस के लिए चुना। साथ ही 10 फोटो को सांत्वना पुरस्कार की श्रेणी में रखा गया। विजेता फोटोग्राफर्स को सोनी सेंटर और सोनी एक्सक्लूसिव की आेर से पुरस्कार दिया जा रहा है। पांच विजेताओं में प्रथम स्थान पर एक, द्वितीय स्थान पर दो तथा तृतीय स्थान पर दो विजेताओं को सिलेक्ट किया गया।

फर्स्ट: मितुल  तिवारी द्वारा खींचा गया गोरेवाड़ा राष्ट्रीय उद्यान में भुजंग व नीलकंठ पक्षी का यह फोटो प्रथम स्थान के लिए चुना गया।

सैकेंड: महान व स्वयंसिद्ध राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज का संपूर्ण जीवन आध्यात्मिक और योगाभ्यास जैसे साधनामार्गों से पूर्ण था। उन्होंने औपचारिक रूप से बहुत ज्यादा शिक्षा नहीं ग्रहण की थी, किंतु उनकी आध्यात्मिक भावना और उसकी संभाव्यता बहुत ही उच्च स्तर की थी। प्रस्तुत तस्वीर में ऐसा लग रहा है, उनके व्यक्तित्व की ऊंचाई आसमान को छू रही हो। आत्मबोध के पथ पर चलने की प्रेरणा दे रही हो। (अक्षत मडावी)

सैकेंड
 -वाकई तस्वीरें बोलती हैं। नींद की आगोश में पड़े इस श्वान के आगे कागज पर अंकित कुछ शब्द, जीवन की संपूर्णता का बोध कराते प्रतीत हो रहे हैं। सफलता के मायने क्या हैं और इसके मापदंड क्या हैं,  इसका उत्तर आसान नहीं। श्वान नि:शब्द है, पर अंतिम पंक्तियां भावपूर्ण हैं। बेहतर ढंग से सफर तय करने वालों के लिए हर लक्ष्य आसान हो जाता है।
(ऋषि खाख्रोडिया)   

थर्ड-  मीठा नीम दरगाह। श्रद्धा, भक्ति और इबादत स्थल। विशाल पेड़ के तने से पीठ टिकाए बुजुर्ग की आस भरी नजर बाबा की दर पर है। जिंदगी उम्मीदों पर कायम है और इन साहब की भी कुछ उम्मीदें हैं। तस्वीर मानो यह कह रही है कि जीवन की आपा-धापी के बाद इस उम्र में आदमी के पास क्या खोया-क्या पाया की उलझन पेशानी पर उभर ही आती है।
(फरदीन शेख)

थर्ड-  
कस्तूरचंद पार्क जितना विस्तृत है, उतना ही विशाल ह्रदय वाला भी। इसे धरोहर का स्थान यूं ही नहीं मिला है। नागपुर के भूत, भविष्य और वर्तमान का यह अद्भुत संगम स्थल है। बुजुर्गों का साथी, युवाओं का सहचर और बच्चों का हमजोली। सूत्रधार के रूप में हमेशा मार्गदर्शक। रैन बसेरे के लिए सांझ ढले उड़ान भर रहे पक्षियों का आश्रयदाता। (वैभव अागलावे)

ये भी रहा खास
इसी तरह एक फोटो और मिला जिसे एक परिवार के सहयोग से शूट किया गया। मुद्दे की गंभीरता को समझाने के लिए फोटो इमेजिंग का सहारा लिया गया। मोबाइल हमारे घरों की दीवार बन रहा है। यह बच्चों को अपने ही दायरे में कैद करता जा रहा है। अगर आप चाहते है कि आपके बच्चे खुलकर खिलें तो उन्हें कोई कृत्रिम खुशी के बजाय अपना वक्त दें। मोबाइल को नियंत्रित करिए और बच्चों को इससे आजाद।

बिल गेट्स, स्टीव जॉब्स ने कभी अपने बच्चों को मोबाइल नहीं दिया..., क्या आप दे रहे हैं?
यह दो उदाहरण से समझें मोबाइल जरूरी नहीं
ये दो उदाहरण सिर्फ इसलिए हैं, ताकि आप यह जान सकें कि मोबाइल दुनिया की सबसे जरूरी वस्तु नहीं है। दुनिया में मोबाइल के इस्तेमाल को लेकर भी कई रिसर्च हुई हैं, जिनके परिणाम चौंकाने वाले हैं। जो बच्चे स्मार्टफोन किसी भी रूप में इस्तेमाल करते हैं (वीडियो देखने-गाना सुनने।) वे अन्य बच्चों की तुलना में देर से बोलना शुरू करते हैं। छह माह से दो साल तक 900 बच्चों पर किए गए सर्वे में यह चौंकाने वाली स्थिति सामने आई है। हर 30 मिनट के स्क्रीन टाइम (मोबाइल इस्तेमाल) से ही 49% आसार बढ़ जाते हैं कि बच्चा देरी से बोलना शुरू करेगा। वहीं दुनिया की जानी-मानी एिडक्शन थेरेपिस्ट मैंडी सालगिरी ने तो यहां तक कहा है कि बच्चों को स्मार्टफोन देना उन्हें एक ग्राम कोकेन देने के बराबर है।

 

Created On :   22 Aug 2018 11:19 AM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story