जियो पारसी के तहत अब तक पैदा हो चुके हैं 359 बच्चे , आबादी घटकर रह गई है 57 हजार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि देश में पारसियों की घटती आबादी के मद्देनजर चलाई जा रही ‘जियो पारसी’ कार्यक्रम का सकारात्मक असर दिखा है। सोमवार को उन्होने राज्यसभा में बताया कि ‘जियो पारसी’ कार्यक्रम के तहत पिछले सात सालों में लगभग 359 पारसी समाज के बच्चों ने जन्म लिया है। दरअसल पारसियों की लगातार घटती आबादी चिंता का विषय रही है। जानकारी के मुताबिक जब देश आजाद हुआ, तब पारसियों की संख्या एक लाख 14 हजार थी, लेकिन आज 70 वर्षों के बाद उनकी संख्या घटकर 57,264 रह गई है। इस चिंता से खुद को जोड़ते हुए केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने बताया कि पारसी समाज का देश के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होने बताया कि ‘जियो पारसी’ कार्यक्रम के माध्यम से पारसी समाज की घटती हुई जनसंख्या पर किस तरह से रोक लगे और उनकी जनसंख्या कैसे बढ़े, हमने इस पर कार्यक्रम किया है। इस कार्यक्रम के तहत पिछले सात सालों में 359 पारसी समाज के बच्चों ने जन्म लिया है। मंत्री ने बताया कि एक अध्ययन में सरकार ने जियो पारसी कार्यक्रम के तहत मदद बढ़ाने की जरूरत महसूस की। इसमें चाइल्ड केयर सपोर्ट के लिए पहले चार हजार रूपये मिलते थे, जिसे बढ़ाकर अब आठ हजार रूपये किया गया है। पहले यह आठ साल की उम्र के बच्चों को दिया जाता था, जिसे बढ़ाकर अब 18 साल किया गया है। ‘जियो पारसी’ योजना 2013 में शुरू हुई थी।
Created On :   28 March 2022 9:50 PM IST