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कोरोना के बाद म्यूकर माइकोसिस से पीड़ित जवान ने खुद को मारी गोली, लॉक डाउन के वक्त जरूरतमंदों की कर चुका है मदद
डिजिटल डेस्क, नागपुर। म्यूकर माइकोसिस से पीड़ित जवान ने खुद को गोली मार ली। गोधनी में शनिवार को विशेष सुरक्षा टीम के जवान ने आत्महत्या की। खास बात हा कि यह जवान लॉकडाउन के दौरान जरूरत मंदों की मदद कर चुका है। आत्महत्या की जानकारी मिलते ही आला पुलिस अधिकारियों समेत मानकापुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची थी। आकस्मिक मृत्यु का प्रकरण दर्ज किया गया है। गोधनी स्थित निवारा सोसायटी निवासी प्रमोद शंकररावजी मेरगुवार की उम्र 46 साल थी, वे प्रतिनियुक्ति पर ग्रामीण पुलिस के विशेष सुरक्षा टीम (एसपीयू) में कार्यरत थे। तीन महीने से वह अवकाश पर थे। प्रमोद और उसका परिवार कोरोना संक्रमण की चपेट में आया था। उपचार के बाद सभी ठीक हुए, लेकिन प्रमोद को कोरोना के बाद ब्लैक फंगस ने घेर लिया। पहले उनकी एक आंख म्यूकर माइकोसिस (ब्लैक फंगस) की चपेट में आई। कुछ दिनों बाद दूसरी आंख पर असर दिखने लगा था। स्थानीय अस्पतालों में उपचार कराने के बाद भी कुछ खास लाभ नहीं हुआ, तो प्रमोद हैदराबाद चला गया। वहां 8 दिन इलाज चला।
पद्मशाली समाज से जुड़ी एक संस्था की अध्यक्ष अनीता पेदुल्वार ने भास्कर हिन्दी डाट कॉम को बताया कि प्रमोद बेहद मिलनसार थे, लॉकडाउन के दौरान उन्होंने समाज की मदद भी की थी, उन्होंने संस्था को राशन सामग्री उपलब्ध कराई थी। जिसे जरूरतमंदों में बांटा गया था। पेदुल्वार ने कहा कि समाज ने एक अच्छा कार्यकर्ता खो दिया, जो मदद के लिेए हमेशा आगे आता था।
नहीं बचाया जा सका
प्रमोद का मकान दो मंजिला है। तल मंजिल पर प्रमोद उनकी पत्नी नूतन उर्फ दीपमाला (36), पुत्र वरुण (18) और पुत्री सायली (14) रहती है। ऊपरी माले पर प्रमोद के भाई का परिवार रहता था। बरसों पहले प्रमोद के भाई की मौत हो चुकी है। वह वेकोली में कार्यरत था। अनुकंपा के आधार पर उसके भाई की ड्यूटी उसके भाई को ही मिली थी। ऊपरी माले पर प्रमोद की भाभी, उसका पुत्र आदित्य (20) और पुत्री विधि (16) रहती हैं। घटना के वक्त यह सभी लोग घर में ही थे। गोली की आवाज सुनकर नूतन उसके बच्चे और भाभी का परिवार कमरे में दौड़ते हुए पहुंचे। तत्काल प्रमोद को पहले निजी अस्पताल और फिर वहां से मेयो अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। मेयो में चिकित्सकों ने उसकी मृत्यु की पुष्टि की। सूचना मिलते ही आला पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
रिवाल्वर की जानकारी घर वालों को नहीं थी
कुछ दिन पहले ही हुडकेश्वर में निवासरत प्रमोद की भांजी की शादी हुई है। स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण प्रमोद शादी में नहीं गया था। पत्नी नूतन उर्फ दीपमाला भी प्रमोद की देखभाल के कारण शादी में नहीं जा पाई थी। उस दिन प्रमोद नूतन को यह बताकर सहकर्मी मित्र के साथ घर से बाहर निकला कि उसे कोई चालान जमा करना है, लेकिन वह दफ्तर चला गया। उसी दिन प्रमोद अपनी सर्विस रिवाल्वर साथ लेकर घर आया था, लेकिन इस बारे में घर वालों को कोई जानकारी नहीं थी। विभाग से सर्विस रिवाल्वर साफ करने के बहाने लाया था।
पत्नी जूस बनाने गई, तो बेटी को नीचे भेजा
घटना के कुछ समय पहले प्रमोद, नूतन और सायली उसी कमरे में थे। प्रमोद ने मजाक में पत्नी को कहा कि मै अंधा हो गया हूं तो तुम लोगों ने मेरी ‘प्राइवेसी’ ही खत्म कर दी। इसके बाद नूतन प्रमोद के लिए जूस बनाने नीचे आ गई। इसके बाद प्रमोद ने सायली को यह कहकर भेज दिया कि उसे कुछ वक्त एकांत में रहना है। सायली के वहां से जाते ही प्रमोद ने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया और खुद पर गोली चलाई। मौके से जब्त रिवाल्वर में 6 गोलियां थीं। एक गोली प्रमोद ने खुद पर दागी थी।
Created On :   4 July 2021 2:14 PM IST