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सोमैया बोले - पहली ही बारिश में पानी-पानी हो गया कोरोना अस्पताल, दो पूर्व विधायकों ने छोड़ा आंबेडकर का साथ

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महानगर के बीकेसी स्थित एमएमआरडीए मैदान में बनाया गया कोरोना अस्पताल पहली ही बारिश में पानी-पानी हो गया। प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष व पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने कहा है कि पहली ही बारिश में कोरोना अस्पताल का यह हाल हो गया। एमएमआरडीए बताए की अस्पताल बनाने का ठेका किसी दिया गया था। सोमैया ने कहा कि सभी जानते हैं कि मुंबई में कैसी बरसात होती है। पर कोरोना अस्पताल बनाते समय इस बात का ख्याल नहीं रखा गया कि बारिश में इस अस्पताल का क्या होगा। उन्होंने कहा कि इस बात का खुलासा होना चाहिए कि अस्पताल बनाने का ठेका किस कंपनी को दिया गया था।
अकोला के दो पूर्व विधायक राकांपा में शामिल, छोड़ा प्रकाश आंबेडकर का साथ
वंचित बहुजन आघाडी के अकोला जिले के दो नेताओं पूर्व विधायक बलिराम शिरस्कर और हरिदास भदे ने राकांपा में प्रवेश कर लिया है। बुधवार को राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के आवास सिल्वर ओक पर दोनों विधायकों ने राकांपा का दामन थामा। इस मौके पर प्रदेश राकांपा के अध्यक्ष व जलसंसाधन मंत्री जयंत पाटील, प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति व ग्राहक संरक्षण मंत्री छगन भुजबल, राकांपा सांसद सुनील तटकरे मौजद थे।
दोनों पूर्व विधायकों के राकांपा में शामिल होने से अकोला में वंचित बहुजन आघाडी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। शिरस्कर अकोला की बालापुर सीट और भदे अकोला पूर्व सीट से विधायक रहे हैं। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में भदे को वंचित बहुजन आघाडी ने टिकट दिया था लेकिन वह चुनाव जीत नहीं सके थे। जबकि शिरस्कर को टिकट नहीं दिया गया था। इससे वह नाराज चल रहे थे। राज्य में महाविकास आघाडी की सरकार बनने के बाद दोनों विधायकों ने वंचित बहुजन आघाडी के मुखिया प्रकाश आंबेडकर से नाराजगी जताते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद भदे ने अपने समर्थकों के साथ 8 मार्च को पवार से मुलाकात की थी। उसी समय साफ संकेत मिले थे कि भदे और शिरस्कर राकांपा में शामिल होंगे। लगभग तीन महीने बाद अब दोनों पूर्व विधायक पार्टी में शामिल हुए हैं।
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डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।