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पिता से फिरौती वसूलने बेटे ने ही रची थी खुद के अपहरण की साजिश

डिजिटल डेस्क, नागपुर। एमआईडीसी थानांतर्गत हुए अपहरण के मामले में शुक्रवार को नाटकिय मोड़ आ गया है। शिक्षक के पुत्र ने ही दो मित्रों की मदद से खुद के अपहरण की साजिश रची थी और पिता से बीस लाख रुपए की फिरौती वसूलने का प्रयास किया है। घटित प्रकरण की कहानी किसी फिल्मी दृश्य से कम नहीं है। इस बीच एक आरोपी मित्र को गिरफ्तार भी किया गया है, जबकी दूसरे की तलाश जारी है। वानाडोंगरी निवासी प्रदीप दिनकर 51 वर्ष पेशे से शिक्षक हैं, उन्हें गौरव 20 वर्ष नामक पुत्र है। गुरुवार की दोपहर 1 बजे प्रदीप को अज्ञात व्यक्ति का फोन आया था। फोनकर्ता ने प्रदीप को बताया था कि उनके पुत्र गौरव 20 वर्ष का उन्होंने अपहरण किया है। गौरव की रिहाई के बदले में प्रदीप से 20 लाख रुपए की मांग की गई थी। फिरौती की रकम नहीं देने अथवा मामले की पुलिस को जानकारी देने पर गौरव को जान से मारने की धमकी दी गई थी। अपहरणकर्ता का फोन आने के कुछ समय पहले ही गौरव घर से गायब हुआ था। उसके बाद ही फिरौती के लिए फोन आया था। प्रदीप की आर्थिक स्थिति इतनी बड़ी रकम देने की नहीं है। उसने फिरौती देने से मना भी किया था। लिहाजा पुत्र के जान का सवाल होने से वह तत्काल पुलिस के पास पहुंचा।
प्रकरण की गंभीरता से बरामद मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस ने साइबर सेल की मदद स फोनकर्ता का लोकेशन खंगालना शुरु किया। अपहरणकर्ताओं को घेरने के लिए पुलिस ने प्रदीप की मदद से योजना बनाई। दूसरी बार जब अपहरणकर्ताओं का फोन आया तो उन्हें फिरौती की रकम लेने के लिए बुलाया गया था, लेकिन तब तक आरोपियों प्रदीप के साथ पुलिस भी होने का संदेह हुआ था। जिससे वे बार-बार फिरौती की रकम लेने का स्थान बदलते रहे। इस बीच नाटिय घटनाक्रम के तहत गौरव ने रेलवे स्टेशन से पिता को फोन किया और अपहरणकर्ताओं द्वारा छोड़ देने की बात बताई। यह बात पुलिस के गले नही उतर रही थी, लिहाजा घटित प्रकरण के बारे में उन्होंने गौरव से गंभीरता से पूछताछ की। जिससे गौरव ने मित्र सागर बग्गा और राजेश हरडे की मदद से खुद के ही अपहरण की साजिश रची थी। उसे दिल्ली, मुंबई के महंगे होटलों में रहना और वहां पर खाना खाने का शौक है। अपना यही शौक पूरा करने के लिए पिता से वसूली करना चाहता था। फिरौती भले ही बीस लाख की मांगी गई थी, लेकिन उसके विश्वास था कि बीस लाख तो नहीं ,लेकिन उसके पिता दो-चार लाख दे ही देंगे। इसमें से कुछ रकम वह मित्रों में भी बांटने वाला था इस कारण वे भी इसमें शामिल होंगे।
Created On :   22 Dec 2018 12:29 AM IST