SIT कसेगा भू-माफियाओं पर नकेल, सीधे दर्ज हो सकेगी शिकायत

Special investigation team has been decentralized
SIT कसेगा भू-माफियाओं पर नकेल, सीधे दर्ज हो सकेगी शिकायत
SIT कसेगा भू-माफियाओं पर नकेल, सीधे दर्ज हो सकेगी शिकायत

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विशेष जांच दस्ता (SIT) का मंगलवार से विकेंद्रीकरण कर दिया गया है। अब प्रत्येक परिमंडल के पुलिस उपायुक्त के पास जमीन के संदर्भ में शिकायतें दर्ज कराई जा सकती है। यह जानकारी अपराध शाखा पुलिस विभाग के उपायुक्त संभाजी कदम और SIT के प्रमुख व सहायक पुलिस आयुक्त सोमनाथ वाघचौरे ने पुलिस आयुक्तालय में आयोजित पत्र परिषद में दी। कदम ने बताया कि अब पीड़ितों को अपराध शाखा पुलिस कार्यालय में बने SIT कक्ष में आकर शिकायत करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वह अपने क्षेत्र के उपायुक्त के पास जाकर शिकायत कर सकता है। SIT के विकेंद्रीकरण के पीछे राजनीतिक दबाव तो नहीं है, यह पूछे जाने पर उपायुक्त कदम ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है।

दर्ज अपराधों की जांच SIT के पास

अब तक SIT के पास दाखिल हुए अपराध की जांच SIT के पास ही रहेगी, क्योंकि अनेकों अपराधों के बारे में वह चार्जशीट दाखिल करने वाली है। इसके बाद भूखंड हड़पने के बारे में शिकायतें SIT स्वीकार नहीं करेगी। 

जमीन के विवाद हुए कम

बता दें कि शहर के नागरिकों की जमीन, प्लॉट और खेतियों पर जबरन कब्जा करने के अपराधों की बाढ़ सी आ गई थी। इस पर रोक लगाने के लिए पुलिस आयुक्त डॉ. के. व्यंकटेशम ने 27 अप्रैल को अपराध शाखा पुलिस विभाग अंतर्गत SIT का गठन किया गया था। पिछले 6 महीने में इस दस्ते ने भू-माफियाओं और भूखंड संबंधी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए पीड़ितों को न्याय दिलाने में अहम भूमिका अदा की। SIT के गठन के बाद शहर में जमीन से जुड़े विवाद काफी कम हो गए हैं।
 

इस एक प्रकरण से हुआ SIT का गठन

ठेकेदार भूपेश सोनटक्के ने भू-माफिया दिलीप ग्वालवंशी की प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी। सोनटक्के ने सुसाइड नोट में दिलीप ग्वालवंशी के बारे में लिखा था कि दिलीप ने उसे जान से मारने की धमकी दी और जमीन भी छीन ली। इस घटना के बाद दिलीप ग्वालवंशी सहित अन्य भू-माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए 27 अप्रैल 2017 को एसीपी सोमनाथ वाघचौरे के नेतृत्व में SIT की स्थापना की गई थी। SIT का काटोल रोड पर ज्ञानविहार इमारत में कार्यालय था। 


अब तक 700 मामले निपटाए

अब तक SIT ने 1670 अपराध दर्ज किए हैं। इसमें 700 अपराधों की जांच सफलतापूर्वक पूरा किया। 923 अपराधों की जांच अब संबंधित पुलिस परिमंडल के पुलिस उपायुक्तों के पास भेजे जाएंगे। इससे इसके बाद शहर में भूखंड या जमीन बाबत कोई भी शिकायत संबंधित पुलिस थाने में दाखिल की जाएगी। उस शिकायत पर जोन के पुलिस उपायुक्त के मार्गदर्शन में जांच की दिशा तय की जाएगी। अभी तक SIT पर केवल अपराध शाखा पुलिस विभाग के उपायुक्त व एसीपी का नियंत्रण होता था। 

मकोका के तहत भी कार्रवाई

SIT ने विदर्भ के सबसे बड़े भू-माफिया दिलीप ग्वालवंशी और उसकी गैंग पर मकोका की कार्रवाई की। इसके अलावा जर्मन जापान गैंग पर भी मकोका की कार्रवाई की। SIT दिलीप ग्वालवंशी की पत्नी शुभांगी, जगदीश ग्वालवंशी, प्रेम ग्वालवंशी, शैलेश ग्वालवंशी, गंगाप्रसाद ग्वालवंशी सहित अन्य कई आरोपियों पर जमीन पर जबरन कब्जा करने का मामला दर्ज कर चुकी है। यही नहीं, SIT ने ग्वालवंशी और जर्मन-जापान गैंग को मकोका की कार्रवाई के तहत गिरफ्तार कर जेल भी भेजा। SIT ने 35 भूमाफियाओं पर अपराध दर्ज किया, जिसमें 17 अपराध केवल ग्वालवंशी परिवार के सदस्यों पर दर्ज हैं। अब तक 45 कुख्यात भू-माफिया गिरफ्तार किए जा चुके हैं।  

ऐसा था SIT का दस्ता 

SIT में पुलिस उपायुक्त और सहायक आयुक्त स्तर के दो अधिकारी,  8 पुलिस अधिकारी कार्यरत थे। अपराध शाखा कार्यालय में नागपुर शहर, जिला और भंडारा, चंद्रपुर के साथ विदेश से भी शिकायतें आई थीं। SIT ने शिकायतों का वर्गीकरण अ, ब, क सहित तीन श्रेणी में किया है।  


 

Created On :   25 Oct 2017 1:45 PM IST

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