मध्य प्रदेश की राह खुलने से एसटी को मिला प्रतिदिन 3 लाख का सहारा

ST got support of 3 lakhs per day due to the opening of the road to Madhya Pradesh
मध्य प्रदेश की राह खुलने से एसटी को मिला प्रतिदिन 3 लाख का सहारा
राहत मध्य प्रदेश की राह खुलने से एसटी को मिला प्रतिदिन 3 लाख का सहारा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। लंबे समय से घाटे में चल रही एसटी महामंडल को कुछ दिन से मध्य प्रदेश की बसों का सहारा मिल रहा है। जिसके बदौलत महामंडल को एक दिन में 3 लाख रुपए तक की आमदनी हो रही है। आने वाले समय में यह राशि बढ़ने की प्रबल संभावना है। ऐसे में जल्दी एसटी की बसें घाटे से उबर कर फिर से आमदनी का स्वाद चख सकती हैं। फरवरी महीने में कोरोना संक्रमण तेज होने के बाद से महाराष्ट्र की बसों के लिए मध्य प्रदेश ने अपनी सीमा बंद कर दी थी। जिसके कारण निजी व एसटी महामंडल की बसें मध्य प्रदेश नहीं जा रही थीं। जबकि महाराष्ट्र से निजी व सरकारी बसों की बात करें तो प्रतिदिन बड़ी संख्या में बसें जा रही थीं। ऐसे में बसों की संख्या बढ़ाने के बाद भी बहुत ज्यादा घाटा सहना पड़ रहा था। इसी तरह निजी बसों को भी बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन 2 सितंबर से बसों के लिए मध्य प्रदेश ने राह खोल दी है। जिसके बाद विदर्भ से बड़ी संख्या में मध्य प्रदेश के लिए बसें जा रही हैं। निजी बसों की बात करें तो प्रतिदिन 25 बसें मध्य प्रदेश की सीमा पार कर रही हैं। वहीं एसटी महामंडल की करीब 42 फेरियां बढ़ गई हैं। जिसके बदौलत महामंडल एक दिन में एक लाख 20 हजार किमी तक बसों को चलाने में सफल हो रही है। केवल मध्य प्रदेश की ओर बसों को भेजने से ही प्रशासन को प्रति दिन 3 लाख रुपए मिल रहा है। नागपुर से छिंदवाड़ा, पचमढ़ी, सिवनी, पांढुर्णा, सौंसर, लोधीखेड़ा आदि की ओर जाने वाली बसें शामिल हैं। जिसमें प्रतिदिन 2 हजार से ज्यादा यात्री सफर कर रहे हैं।

अभी भी 42 हजार किमी की बसें नहीं चल रहीं

एसटी महामंडल अभी-भी पूरी क्षमता से बसों को नहीं चला पा रही है। जानकारी के अनुसार स्कूल बंद होने के कारण महामंडल ग्रामीण क्षेत्रों में चलाने वाली 520 फेरियां अभी भी नहीं चला पा रही है। जिससे प्रतिदिन 42 हजार किमी तक बसें रद्द रह रही हैं। आने वाले दिन में यह बसें शुरू होने के बाद एसटी निश्चिततौर पर घाटे से बाहर निकल सकती है।

हो रही आमदनी

निलेश बेलसरे, विभाग नियंत्रक, एसटी महामंडल के मुताबिक मध्य प्रदेश की बसें शुरू होने से अच्छी-खासी आमदनी हो रही है। लेकिन अभी भी घाटे से महामंडल बाहर नहीं निकल पाया है। आने वाले दिनों में यात्रियों की संख्या बढ़ने से निश्चित तौर पर महामंडल को घाटे से उबरने में मदद मिलेगी।

Created On :   12 Sept 2021 7:04 PM IST

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