स्टार हेल्थ कर रही आम लोगों के साथ गोलमाल

Star health is playing havoc with common people
स्टार हेल्थ कर रही आम लोगों के साथ गोलमाल
चौथे वर्ष रिन्यू करने के पूर्व ही पॉलिसी कर दी क्लोज स्टार हेल्थ कर रही आम लोगों के साथ गोलमाल

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। आम आदमी स्वास्थ्य के प्रति शुरू से ही सजग होता है और वह प्रतिवर्ष सारी बीमारियों को कवर करने प्रीमियम भी बीमा कंपनी में जमा करता है। स्वास्थ्य बीमा को बीमा कंपनियाँ लाभ का धंधा बनाने के लिए कई तरह के गोलमाल कर रही हैं। तीन साल पूरा होने के बाद सारी बीमारी कवर होने का दावा किया जाता है पर पॉलिसीधारकों की निरंतर पॉलिसी संचालित न हो इसके लिए बिना सूचना दिए ही बीमा अधिकारी पॉलिसी क्लोज कर रहे हैं।

बीमितों का आरोप है कि ऐसा किसी एक के साथ नहीं हुआ, बल्कि सैकड़ों बीमितों के साथ बीमा कंपनियों के द्वारा यही किया जा रहा है। पॉलिसीधारक जब बीमा कंपनी से पॉलिसी क्लोज करने के बारे में पूछते हैं तो वे किसी भी तरह का जवाब नहीं दे रहे हैं और पॉलिसी भी रिन्यू नहीं की जा रही है। बीमित माँग कर रहे हैं कि बीमा कंपनियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों को करना चाहिए पर वे भी कोई कदम नहीं उठा रहे हैं।

इन नंबरों पर बीमा से संबंधित समस्या बताएँ 

स्वास्थ्य बीमा से संबंधित किसी भी तरह की समस्या आपके साथ भी है तो आप दैनिक भास्कर के मोबाइल नंबर - 9425324184, 9425357204 पर बात करके प्रमाण सहित अपनी बात दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक रख सकते हैं। संकट की इस घड़ी में भास्कर द्वारा आपकी आवाज को खबर के माध्यम से उचित मंच तक पहुँचाने का प्रयास किया जाएगा।

झारखंड जिला जमशेदपुर निवासी मनोज गुप्ता ने बताया कि उन्होंने स्टार हेल्थ इंश्योरेंस से पॉलिसी ले रखी थी। पॉलिसी में परिवार के सदस्यों का नाम भी जुड़ा हुआ था। तीन साल से लगातार प्रीमियम जमा करते आ रहे थे। तीन वर्षों में किसी भी तरह का क्लेम बीमा कंपनी से नहीं लिया। चौथे वर्ष पॉलिसी को रिन्यू कराना था और रिन्यू कराने के लिए बीमा कंपनी को चैक दिया तो बीमा अधिकारियों ने कहा कि स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी के द्वारा आपकी पॉलिसी को क्लोज कर दिया गया है।

बीमित ने पॉलिसी क्लोज करने का कारण पूछा तो यह बताया गया कि चेन्नई से ही क्लोज हुई है और वहीं से जानकारी मिलेगी। बीमित ने लगातार संपर्क किया पर वहाँ से किसी भी अधिकारी ने उचित उत्तर नहीं दिया। बीमित का आरोप है कि उसके साथ बीमा कंपनी के द्वारा जालसाजी की गई है। पॉलिसीधारक का कहना है कि अब वह दूसरी कंपनी से पॉलिसी लेता है तो उसे नई पॉलिसी जारी होगी, क्योंकि जो निरंतरता थी वह खत्म हो गई और उसे जो चौथे वर्ष से लाभ मिलना था वह बीमा कंपनी से नहीं मिलेगा।

 

Created On :   7 Feb 2023 2:04 PM GMT

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