Pune City News: वनराज का बदला लेने के लिए कराई गणेश काले की हत्या, पांच गिरफ्तार

वनराज का बदला लेने के लिए कराई गणेश काले की हत्या, पांच गिरफ्तार
  • बंडू व कृष्णा आंदेकर सहित नौ पर प्रकरण दर्ज
  • दोनों पहले ही येरवडा जेल में है बंद

भास्कर न्यूज, पुणे। गणेश काले की हत्या के मामले में पुलिस ने दो नाबालिगों सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि नौ लोगों पर प्रकरण दर्ज किया है। नौ लोगों में बंडू आंदेकर व उसका बेटा कृष्णा भी शामिल है जो येरवडा जेल में पहले से ही बंद हैं। बताया जाता है गणेश की हत्या पूर्व नगरसेवक वनराज आंदेकर का बदला लेने के लिए कराई गई थी। वनराज की हत्या पिछले साल सितंबर माह में हुई थी। गणेश का भाई समीर वनराज की हत्या के आरोप में जेल में बंद है। वह सोमनाथ गायकवाड़ गैंग से जुड़ा है। गायकवाड़ गैंग पर ही वनराज की हत्या का आरोप है।

शनिवार दोपहर में गणेश काले की हत्या कोंढवा में की गई थी। उसपर छह गोलियां दागी गई थी जिसके बाद कोयते से भी कुछ वार किए गए थे। दो बाइक पर आए चार आरोपियों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस ने इस हत्याकांड में अमन महबूब शेख (23, निवासी काकड़े वस्ती, कोंढवा), अरबाज अहमद पटेल (24, काकड़े वस्ती) और मयूर वाघमारे (23) को गिरफ्तार किया गया है। कोर्ट ने इन्हें 7 नवंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। इनके साथ दो नाबालिगों को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस के अनुसार, गणेश काले का खून बंडू अण्णा और उसके बेटे कृष्णा आंदेकर के इशारे पर किया गया। इनके साथ स्वराज वाडेकर (25, निवासी नाना पेठ) और अमीर खान (25) पर भी मामला दर्ज किया गया है। ये दोनों भी अभी जेल में ही हैं। गणेश के पिता किसन धोंडिबा काले (51, निवासी येवलेवाड़ी) ने कोंढवा थाने में शिकायत दर्ज कराई है। वनराज आंदेकर की हत्या 1 सितंबर 2024 को नाना पेठ में की गई थी। इसका बदला लेने के लिए 5 सितंबर 2025 को आयुष कोमकर की गोली मारकर हत्या की गई। वनराज की हत्या का षड्यंत्र बंडू अण्णा के पूर्व साथी और दामाद गणेश कोमकर तथा सोमनाथ गायकवाड़ ने रची थी, जिन्हें पुलिस ने हत्याकांड के कुछ समय बाद ही गिरफ्तार कर लिया था।

रिक्क्षा चालक था गणेश

गणेश काले रिक्क्षा चालक था। वह शनिवार दोपहर येवलेवाड़ी के पास रिक्शा में बैठा था, तभी अमन शेख, अरबाज पटेल और दो नाबालिग वहां पहुंचे और पिस्तौल से फायरिंग की। गणेश के सिर पर कोयते से भी वार किए गए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि यह पूरी वारदात योजनाबद्ध तरीके से की गई थी। अमन शेख और अरबाज पटेल दोनों के खिलाफ पहले से कई गंभीर अपराध दर्ज हैं। उन्हें कुछ वर्ष पहले एमपीडीए कानून के तहत तड़ीपार किया गया था। मार्च 2024 में तलेगांव दाभाड़े में चार स्थानों पर गोलीबारी के मामले में भी उनका नाम आया था। पिंपरी चिंचवड़ पुलिस ने उस समय उनके पास से तीन पिस्तौल और चार कारतूस बरामद किए थे। लगातार हो रहे इन गैंगवार ने पुणे पुलिस की चिंता बढ़ा दी है। अब पुलिस यह जांच कर रही है कि आंदेकर गिरोह के जेल में बैठे सदस्य बाहर कैसे निर्देश दे रहे हैं और गिरोह के सक्रिय सदस्य कौन हैं?

Created On :   3 Nov 2025 2:59 PM IST

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