Pune City News: पिंपरखेड़ में तेंदुए ने किया 12 वर्षीय मासूम का शिकार

पिंपरखेड़ में तेंदुए ने किया 12 वर्षीय मासूम का शिकार
गुस्साई भीड़ ने फूंकी वन विभाग की जीप

भास्कर न्यूज, मंचर। शिरूर तहसील के पिंपरखेड़ में रविवार दोपहर आंगन में खेल रहे रोहन विलास बोंबे (12, आंबेवाड़ी, पिंपरखेड़) को तेंदुए ने अपना शिकार बना लिया। 15 दिन पहले इसी गांव के शिवन्या शैलेश बोंबे (5) की भी तेंदुए के हमले में मौत हो गई थी।

इन घटनाओं से पिंपरखेड के लोगों में प्रचंड रोष है। खबर मिलते ही शिरूर वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी जब घटनास्थल पर पहुंचे, तब उन्हें नागरिकों के रोष का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि, वन विभाग तेंदुओं पर नियंत्रण पाने में विफल रहा है। पिछले 15 दिन में दो मासूमों की मौत के बाद भी वन विभाग सुस्त बना हुआ है। गुस्से में ग्रामीणों ने वन विभाग के वाहन को आग लगा दी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लाया। फिलहाल गांव में स्थित तनावपूर्ण है। हालांकि पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

- चार तेंदुए पिंजरे में फिर भी डर का माहौल

इससे पहले शिवन्या बोंबे की मौत के बाद क्षेत्र में लगाए गए पिंजरों में चार तेंदुए पकड़े गए थे, जिससे माना जा रहा था कि खतरा टल गया है। लेकिन रविवार की घटना ने एक बार फिर डर का साया फैला दिया है। ग्रामीण पहले भी तेंदुए के हमलों के खिलाफ आंदोलन कर चुके हैं। पिछली घटना के बाद, पूर्व मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने दौरा कर नागरिकों को सांत्वना दी थी और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की उपस्थिति में उपायों पर चर्चा करने के लिए बैठक आयोजित की गई थी। केंद्रीय वन मंत्री से भी तेंदुओं की नसबंदी और अन्य उपायों पर चर्चा हुई थी। इसके बावजूद हमले जारी रहने से नागरिकों में वन विभाग के प्रति भारी नाराजगी व्यक्त की जा रही है।

रोड़ेवाड़े फाटा पर ग्रामीणों ने किया चक्काजाम

रविवार की घटना से आंबेगाव और शिरूर तहसील के नागरिकों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। घटना के विरोध में रविवार शाम 7 बजे ग्रामीणों ने बेल्हा–जेजुरी और अष्टविनायक मार्ग पर रोड़ेवाड़ी फाटा पर जक्काजाम किया। आंदोलन के कारण सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात ठप हो गया। पुलिस ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया, लेकिन आंदोलनकारियों को समझाना मुश्किल साबित हो रहा था। हजारों नागरिकों ने सड़क पर बैठकर वन विभाग के विरोध में नारेबाजी की। आंदोलन के कारण प्रशासन पर तत्काल प्रभावी उपाय करने का दबाव बढ़ गया है।

हमारे बच्चों की जान जा रही है और वन विभाग सिर्फ देख रहा है। अब हम शांत नहीं बैठेंगे। तेंदुओं को पकड़ो, अन्यथा आगे और भी तीव्र आंदोलन छेड़ा जाएगा।-

-देवदत्त निकम, अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष, राकांपा (शरद पवार) गुट

Created On :   3 Nov 2025 2:02 PM IST

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