नसबंदी शिविर कैंसिल, पूरे दिन ठंडी में ठिठुरती रहीं महिलाएं

Sterilization camp cancell, women kept chilling in the cold all day
नसबंदी शिविर कैंसिल, पूरे दिन ठंडी में ठिठुरती रहीं महिलाएं
नसबंदी शिविर कैंसिल, पूरे दिन ठंडी में ठिठुरती रहीं महिलाएं


डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। जिला अस्पताल की ट्रामा यूनिट में सोमवार को परासिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र द्वारा नसबंदी शिविर का आयोजन किया गया था। इस शिविर में परासिया और पिंडरईकला स्वास्थ्य केन्द्र के दूरस्थ ग्रामीण अंचलों से आई 8 महिलाएं सुबह से खाली पेट ठंड में ठिठुरते हुए ऑपरेशन के लिए इंतजार करती रही। शाम पांच बजे उन्हें पता चला कि ऑपरेशन करने वाले सर्जन छुट्टी पर है। शिविर के आयोजकों द्वारा शाम को शिविर कैंसिल कर दिया गया। दिनभर छोटे-छोटे ब"चों के साथ ठंड में ठिठुरती महिलाएं और उनके परिजनों ने शिविर कैंसिल होने की बात पर नाराजगी भी जाहिर की।
जानकारी के अनुसार सोमवार को शिविर में परासिया से 22, पिण्डरईकला से 16 और एक पुरुष नसबंदी कराने पहुंचे थे। सुबह से शिविर में आए हितग्राहियों के दोपहर तक सभी टेस्ट कर ऑपरेशन की तैयारी कर ली गई थी। दोपहर तीन बजे आयोजकों को पता चला कि सर्जन डॉ.एनएस ढाकरिया अवकाश पर है। आनन-फानन में दूसरे सर्जन डॉ.अनिल कड़वे से संपर्क किया गया। डॉ.अनिल कड़वे सौंसर में लगे दूसरे शिविर में व्यस्त थे। इस पूरी प्रक्रिया में शाम के पांच बज गए। शाम को शिविर कैंसिल कर दिया गया।
आयोजकों की यह लापरवाही आई सामने-
नसबंदी शिविर के आयोजन से पहले आयोजकों को सर्जन से संपर्क करना था। शिविर में महिलाओं के सभी टेस्ट होने के बाद दोपहर में सर्जन से संपर्क किया। अगर जवाबदार अधिकारी पहले ही सर्जन से संपर्क कर लेते तो शिविर सुबह ही कैंसिल कर दिया जाता। दिनभर ठंड और खाली पेट महिलाएं व परिजनों को परेशान नहीं होना पड़ता।
ठंड में ब"चों के साथ परिजन भी परेशान-
नसबंदी शिविर में लिए तीस-चालीस किलोमीटर दूर से आई महिलाओं में से अधिकांश के दुध मुंहे ब"चे थे। जो दिनभर सर्द हवाओं और ठंड में रोते बिलखते रहे। यही नहीं महिलाओं के साथ आए परिजनों भी दिनभर परेशान होते देखे गए। शाम को शिविर कैंसिल होने पर महिलाएं और परिजनों में खासी नाराजगी देखने को मिली।
ठंडे फर्श पर बैठी रही महिलाएं-
सोमवार को पूरे दिन सर्द हवाओं की वजह से मौसम में ठंडक घुली रही।  शिविर में बैठने के लिए एक चटाई की व्यवस्था थी। छोटे ब"चों के साथ ठंडे फर्श पर बैठकर महिलाएं ठिठुरती रही। हितग्राही ही नहीं उनके परिजन भी ठंड में परेशान होते रहे।
क्या कहते हैं अधिकारी-
हर सप्ताह की तरह सोमवार को शिविर का आयोजन किया गया था। सर्जन ने अवकाश पर होने की सूचना नहीं दी थी। इस वजह से ऐसी स्थिति निर्मित हुई। ऐसी स्थिति दोबारा न बने इसको लेकर व्यवस्था बनाई जा रही है।
- डॉ. डीसी धुर्वे, जिला स्वास्थ्य अधिकारी

Created On :   16 Dec 2019 5:06 PM GMT

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