प्रशासन की रोक के बावजूद हुई पत्थरबाजी ,100 से अधिक घायल - गोटमार मेला , गुजरी में तनाव , वज्र वाहन पर पथराव 

Stoning in spite of administration ban, more than 100 injured - Gotmar fair, tension in Gujari
प्रशासन की रोक के बावजूद हुई पत्थरबाजी ,100 से अधिक घायल - गोटमार मेला , गुजरी में तनाव , वज्र वाहन पर पथराव 
प्रशासन की रोक के बावजूद हुई पत्थरबाजी ,100 से अधिक घायल - गोटमार मेला , गुजरी में तनाव , वज्र वाहन पर पथराव 

डिजिटल डेस्क छिन्दवाड़ा/पांढुर्ना। गोटमार मेले के स्थगन और प्रशासन की रोक के बावजूद बुधवार को गोटमार खेल स्थल पर पत्थरबाजी हुई। सुबह करीब नौ बजे सावरगांव से चंडी माता मंदिर की ओर झंडा ले जाने के दौरान सावरगांव पक्ष के कुछ लोगों ने झंडा लेकर मेला स्थल पर मौजूद पुलिया के रैलिंग से बांध दिया और पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस दौरान करीब दो घंटे पत्थरबाजी चलती रही। इसी बीच गुजरी में तनाव की स्थिति बन गई। यहां पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने की कोशिश की, पर लोगों ने आक्रोशित होकर पुलिस के वज्र वाहन पर पथराव किया, जिससे पुलिस अमला और वाहन यहां से तितर-बितर हो गए। दोपहर बाद गोटमार पेठ पर पांढुर्ना और सावरगांव दोनों ओर बड़ी संख्या में भीड़ जमा रही और खिलाड़ी पत्थरबाजी करते रहे।  अपरान्ह 4 बजे तक पत्थरबाजी के चलते 100 से अधिक लोग घायल भी हुए। जिनमें से करीब डेढ़ सौ लोग पांढुर्ना और सावरगांव की ओर बने मेडीकल कैम्पों में इलाज के लिए पहुंचे। कई लोगों ने निजी क्लीनिकों में इलाज कराया और कईयों ने वरूड की दौड़ भी लगाई। पर प्रशासनिक भय के चलते घायल इलाज के लिए सिविल अस्पताल नही पहुंचे।
वज्र वाहन ने तोड़ी दी दुकान
 गुजरी में तनाव की स्थिति बनते ही पुलिस अमला और वाहन तितर-बितर होने के दौरान वज्र वाहन ने क्षेत्र से बाहर निकलने के दौरान कुछ दुकानों को नुकसान पहुंचाया। निकलने की जल्दबाजी में वज्र वाहन ने पालीवाल भवन के पास मौजूद एक मनिहारी की दुकान को क्षतिग्रस्त कर दिया। दुकान में रखा मनिहारी सामान बुरी तरह तहस-नहस हो गया। इसको लेकर भी यहां लोगों में पुलिस के प्रति आक्रोश नजर आया।
मां चंडीका के दरबार में लगा मेला
कोरोना संक्रमण को दृष्टीगत रखते हुए प्रशासन ने मेला आयोजन पर रोक लगाई और मां चंडीका के दरबार में भी दर्शन पर रोक लगाई थी। पर बुधवार को बड़ी संख्या में लोगों ने मां चंडीका के दरबार में पहुंचकर माथा टेका और दर्शन किए। गोटमार स्थल पर पत्थरबाजी के अलावा चंडी माता मंदिर में दर्शन और पूजन का सिलसिला चलता रहा।


 

Created On :   19 Aug 2020 5:57 PM IST

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