वर्गीकृत कचरा संकलन की सख्ती बेअसर

Strictness of classified garbage collection is neutralized
वर्गीकृत कचरा संकलन की सख्ती बेअसर
मनमानी बरकरार  वर्गीकृत कचरा संकलन की सख्ती बेअसर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में सुधार के लिए वर्गीकृत कचरा संकलन व्यवस्था सख्ती से लागू करने का आयुक्त ने फरमान जारी किया है। 15 दिसंबर से गीला, सूखा कचरा एक साथ देने पर नहीं उठाने की चेतावनी दी गई। आयुक्त की सख्ती का कचरा संकलन एजेंसियांे और नागरिकों पर भी कोई खास असर नहीं हुआ। प्रतिदिन 1100 मीट्रिक टन कचरा निकल रहा है। मनपा का दावा है कि, 650 मीट्रिक टन गीला और 450 मीट्रिक टन सूखा कचरा संकलन हो रहा है। दरअसल बस्ती में कचरा संकलन कर रही गाड़ियों में गीला, सूखा कचरा एक साथ जगह से उठाया जा रहा है।

रैंकिंग में सुधार की कवायद

गीला, सूखा कचरा अलग-अलग संकलन स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में सुधार की कवायद है। साल 2021 के सर्वेक्षण में नागपुर शहर 5 पायदान पिछड़ गया। दरअसल, गीला, सूखा कचरा अलग-अलग संकलन में खामियों का रैंकिंग पिछड़ जाने से सबसे बड़ा झटका लगा है। इसलिए सर्वेक्षण से पहले हर हाल में 90 प्रतिशत कचरे का वर्गीकरण करने का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए गीला, सूखा कचरा अलग-अलग देने पर ही उठाने की सख्त हिदायत दी गई है। बता दें कि, फरवरी माह में स्वच्छता सर्वेक्षण होने की संभावना है।

50-60 प्रतिशत वर्गीकरण

मनपा के सूत्रों ने बताया कि, फिलहाल शहर में 50-60 प्रतिशत वर्गीकृत कचरा संकलन हो रहा है। नागरिकों में धीरे-धीरे जागरूकता आएगी। लकड़गंज और आशी नगर जोन में प्रतिसाद कम है। वहां से 70-80 प्रतिशत गीला, सूखा कचरा एक साथ आ रहा है। अन्य जाेन में वर्गीकृत कचरे का प्रमाण 80 प्रतिशत है। औसतन 50-60 प्रतिशत वर्गीकृत कचरा संकलन हो रहा है।

नागरिकों में आ रही जागरूकता

विजय जोशी, उपायुक्त, घनकचरा संकलन के मुताबिक 15 दिसंबर से गीला, सूखा कचरा अलग-अलग संकलन करने की सख्ती की जा रही है। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण तक वर्गीकृत कचरा संकलन का लक्ष्य 90 प्रतिशत के पार चला जाएगा। इसलिए अभी से इसकी शुरुआत की गई है।


 

 

 

Created On :   19 Dec 2021 5:12 PM IST

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