रपटा पार कर छात्र पहुंचते हैं स्कूल, नए सत्र में भी नहीं बदलते दिख रहे हालत

Student are struggling to reach school because of no reach road
रपटा पार कर छात्र पहुंचते हैं स्कूल, नए सत्र में भी नहीं बदलते दिख रहे हालत
रपटा पार कर छात्र पहुंचते हैं स्कूल, नए सत्र में भी नहीं बदलते दिख रहे हालत

 डिजिटल डेस्क, छिन्दवाड़ा/सौंसर। बारिश हो जाए तो नगर में छात्रों को स्कूल पहुंचने के लिए बाढ़ में डूबा रपटा पार करना पड़ता है। रामाकोना में छात्रों को संभावित दुर्घटना के बीच NH की सड़क पार करनी पड़ती हैं । इस वर्ष भी इन्ही समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। स्कूलों में सुविधाएं दिखावे से अधिक कुछ नहीं है, पहुंच मार्ग से लेकर बैठक व्यवस्था व खेल मैदान की दुर्गति जैसी समस्याओं से छात्रों का सामना होगा।

सौंसर ब्लाक में 216 प्राथमिक व माध्यमिक, 30 हाईस्कूल, हायरसेंकडरी स्कूल है। प्रत्येक स्कूल में पीने का पानी, सफाई, टायलेट आदि की व्यवस्था पुख्ता होने के शिक्षा विभाग के दावे की पोल नगर में गोहठान स्थित स्कूल में खुलती है। यहां स्कूल पहुंच मार्ग गंदगी से भरा है, तो प्याऊ के नल नदारद है। बारिश हो जाए तो छात्रों को यहां बाढ़ में डूबा रपटा पार करना पड़ता है। देवी में गैंगखोली का स्कूल भवन जर्जर अवस्था में है, रझाडीपिपला व कबर पिपला में हाईस्कूल के लिए भवन नहीं है। प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल में तो हाईस्कूल के छात्रों के लिए फर्नीचर की व्यवस्था नहीं है। लोधीखेड़ा में शाउमा कन्या विद्यालय में छात्राओं को फर्श पर अध्यापन करना होंगा। खैरीमिराजी से देवी में हाईस्कूल के छात्रों को इस सत्र में भी नाला पार कर स्कूल आना होगा। नगर में वार्ड 13 के टोले पर स्थित प्राथमिक स्कूल भवन विहीन है। छात्रों को नपा के आवास के कमरे में अध्यापन करना होगा।

सुरक्षा का अभाव
चार स्कूलों में कपाउंडवाल के अभाव में छात्र सुरक्षित नहीं है। पंधराखेड़ी में शासकीय हिंदी प्राथमिक स्कूल, नगर में मराठी, हिंदी प्राथमिक स्कूल, नवथल में प्राथमिक स्कूल के धोतकी वाघोडा में प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल में बाउंड्रीवाल नहीं होने से छात्र सुरक्षित नहीं है।

स्कूल तक सफर
नगरीय क्षेत्र में सौंसर व पिपला में स्कूल तक पहुंचने छात्रों को मुख्य सड़क के अनियंत्रित यातायात का सामना करना पड़ता है। पंधराखेड़ी में छात्रों को सड़क पार करनी पड़ती है। यही स्थिति रामाकोना व सातनुर में प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों की है। गांवों से नगर तक पहुंचने छात्र टैक्सी का उपयोग करते हैं, जो सुरक्षित नहीं है। सौंसर नगर के स्कूलों में एक दर्जन गांवों से छात्र प्रति दिन टैक्सी से पहुंचते है।

इनका कहना है
नए शिक्षा संत्र में स्कूल प्रबंधन से लेकर आवश्यक व्यवस्थाएं बनाने के संबंधितों को निर्देश दिए है।
भास्कर गांवडे, बीआरसी

नए शिक्षा सत्र में स्कूलों में छात्रों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। कुछ परपंरागत समस्याएं है उन्हें भी दूर किया जा रहा है।
योगीराज वानोडे बीईओ

 

Created On :   12 Jun 2018 2:32 PM IST

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