मिड डे मील खाने से किया इंकार, टीचर ने छात्र को बेरहमी से पीटा

Student denied to eaten mid day meal then teacher beaten them
मिड डे मील खाने से किया इंकार, टीचर ने छात्र को बेरहमी से पीटा
मिड डे मील खाने से किया इंकार, टीचर ने छात्र को बेरहमी से पीटा

डिजिटल डेस्क,नागपुर। शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए तमाम योजनाएं चलाने का दावा करने वाले प्रशासन की पोल मिड-डे- मिल में आए दिन सामने आती रहती है। शहर के बेझनबाग स्थित गुरुनानक प्रायमरी एंड हाई स्कूल के एक छात्र ने स्कूल से मिलने वाली खिचड़ी खाने से इंकार किया तो एक शिक्षिका ने इस छात्र की बेरहमी से पिटाई कर दी। चौथी कक्षा में पढ़ने वाले पीड़ित छात्र कौस्तुभ टेंभुर्णे के परिजनों ने क्लास टीचर जैनिफर काले पर पिटाई का आरोप लगाया है। स्कूल के पालक संगठन पालक संघर्ष समिति ने स्कूल प्रशासन से शिक्षिका पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। 

ये है मामला
पीड़ित छात्र कौस्तुभ टेंभुर्णे चौथी कक्षा में पढ़ता है। पिता बादल टेंभुरने सब्जी विक्रेता हैं और मां सीमा निजी अस्पताल में नर्स है। स्कूल का समय सुबह 7.30 से 11.30 बजे तक है। लंच ब्रेक में विद्यार्थियों को मिड-डे मील दिया जाता है। स्कूल का खाना अच्छा नहीं लगता, यह बात कौस्तुभ ने माता-पिता को बताई थी। लिहाजा, स्वास्थ्य कारणों से भी माता-पिता ने स्कूल का खाना खाने से मना कर रखा था। स्कूल में जब कौस्तुभ और उसके कुछ दोस्तों ने खाना खाने से इनकार किया तो क्लास टीचर जैनिफर काले पिटाई करने लगीं। बेदम पिटाई से छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया। शरीर पर चोट के निशान उभर आए। छात्र ने घर लौट कर माता-पिता को आपबीती सुनाई तो पालक अगले दिन स्कूल पहुंचे। इसके बाद स्कूल प्रशासन ने मामला शांत और रफा-दफा कराने की कोशिश की। छात्र के पिता बादल टेंभुर्णे ने बताया कि स्कूल में बच्चे की पिटाई करना पूर्ण रूप से गैर-कानूनी है। बच्चे को चोटें तो आईं ही हैं, मानसिक आघात भी पहुंचा है।

प्राचार्या पी.एच. माइकल का कहना है कि स्कूल में जो भी प्रकरण हुआ अब वह शांत हो चुका है। बच्चे की पिटाई करने वाली शिक्षिका से हमने पूछताछ शुरू कर दी है। पालकों से हमने सुलह भी कर ली है। अब किसी को कोई शिकायत नहीं है। बीते दिनों नोयडा के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हुए प्रद्युमन प्रकरण के बाद से पालक स्कूल में बच्चों की सुरक्षा के प्रति चिंतित हैं। ऐसे में नागपुर की स्कूल में इस तरह के वाक्ये से विद्यार्थियों की सुरक्षा एक बार फिर सवालों के घेरे में है।


खाने में इल्लियां
पालक संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष महेंद्र पराते ने जानकारी दी कि स्कूल में बच्चों को जो खाना दिया जाता है, उसकी गुणवत्ता खराब होती है। कई बार खाने में इल्लियां निकली हैं। ऐसे में पालक बच्चों को स्कूल का खाना खाने से मना करते हैं।संगठन अध्यक्ष अरविंद नांदगावे ने बताया कि संगठन ने स्कूल प्रशासन से शिक्षिका पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ध्यान नहीं दिया तो संगठन शिक्षा विभाग से मदद की गुहार लगाएगा।

Created On :   18 Oct 2017 6:22 AM GMT

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