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सरल और रोचक तरीके से साइंस को स्टूडेंट ने समझा , जीते पुरस्कार

डिजिटल डेस्क, नागपुर । बेसिक साइंस में बच्चों की रुचि कम होना चिंता का विषय है। इन्हीं विषयों को लेकर एसोसिएशन फॉर रिसर्च एंड ट्रेनिंग इन बेसिक साइंस एजुकेशन (एआरटीबीएसई) और नागपुर महानगर पालिका के संयुक्त तत्वावधान में अपूर्व विज्ञान मेला का उद्घाटन नार्थ अंबाझरी रोड स्थित राष्ट्रभाषा परिसर में हुआ। महापौर नंदा जिचकार, मनपा आयुक्त अश्विन मुद्गल, सीनियर साइंस कम्युनिकेटर समर बागची और एआरटीबीएसई के सचिव सुरेश अग्रवाल ने फीता काटकर शुभारंभ किया।
सरल,रोचक और लोकप्रिय बनाने का अभियान
विज्ञान मेला केवल मेला ही नहीं, बल्कि साइंस शिक्षा को सरल, रोचक और लोकप्रिय बनाने का अभियान भी है। विज्ञान को लेकर बच्चों में डर देखा जाता है, जबकि विज्ञान रोचक और आसान विषय है, जिसे समझने की जरूरत है। वर्तमान में विज्ञान शिक्षा का स्वरूप बदल गया है।
मॉडल का निरीक्षण
इस अवसर पर शिक्षण समिति सभापति दिलीप दिवे, धरमपेठ जोन सभापति रूपा राय, मनपा विधि समिति सभापति एड. मीनाक्षी तेलगोटे, क्रीड़ा समिति सभापति नागेश सहारे, वरिष्ठ नगरसेवक सुनील अग्रवाल, पार्षदगण पल्लवी शामकुले, सोनाली कडू, संजय बंगाले, निशांत गांधी, मनपा एजुकेशन आफिसर संध्या मेडपल्लीवार, सीनियर साइंस कम्युनिकेटर (कोलकाता) कृषनेन्दु चक्रवर्ती, राजाराम शुक्ला, मनपा मेला समन्वयक राजेंद्र पुसेकर, शेखर पाटील और प्रोफेसर अवसरे प्रमुखता से उपस्थित थे। अतिथियों ने मनपा शालाओं के बच्चों द्वारा प्रदर्शित प्रयोगों का निरीक्षण किया।
तुरंत पुरस्कार पाकर गद-गद हुए स्टूडें
मेले में एक ओर बच्चे विज्ञान की अवधारणा प्रयोगों के माध्यम से समझा रहे थे, वहीं दूसरी ओर देश भर से आये डेलिगेट्स अपनी विशेषताओं के साथ ध्यान आकर्षित कर रहे थे। आलम्स हाइड्रोपोनिक्स, फन फिजिक्स, ओरिगामी एंड क्रीगामी मेथमेटिकल टायस, अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति, राजोरिया के गणित के प्रयोग, एकलव्य प्रकाशन की किताबों का भी लोगों ने आनंद लिया। साइंस क्विज के स्टाल पर बच्चों ने दिलचस्पी दिखाई। यहां बच्चों से विज्ञान संबंधी प्रश्न पूछे जाते थे और सही उत्तर मिलने पर तुरंत पुरस्कार भी दिए गए। उद्घाटन अवसर पर राष्ट्रभाषा के कलाकारों द्वारा पथनाट्य विज्ञान और तकनीक प्रस्तुत किया गया। इसका निर्देशन स्वाति कुलकर्णी और लेखन पुष्पक भट ने किया। अभिनय कलाकार थे रितुराज वानखेड़े, ट्विंकल मोटघरे, सौरभ श्रीरामे, उमेश कापगते, अभिजीत आठवले, मयूर। नाटक में विज्ञान और तकनीक के अंतर को बखूबी प्रदर्शित किया गया।




Created On :   30 Nov 2017 1:52 PM IST