एग्जाम के पहले सैंपल पेपर्स से खुद का आकलन कर पाएंगे स्टूडेंट्स

Students can to assess themselves from the samples before exam
एग्जाम के पहले सैंपल पेपर्स से खुद का आकलन कर पाएंगे स्टूडेंट्स
एग्जाम के पहले सैंपल पेपर्स से खुद का आकलन कर पाएंगे स्टूडेंट्स

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) से मान्यता प्राप्त स्कूलों में अब छात्रों को सैंपल पेपर्स हल करवाए जाएंगे। इससे बोर्ड एग्जाम को लेकर छात्रों की तैयारी के स्तर का पता चलेगा। इसका फायदा उन स्टूडेंट्स को होगा, जिनका रिवीजन फाइनल स्टेज पर है और वे केवल सवालों की प्रैक्टिस करना चाहते हैं। ऐसे में उन्हें यह मौका बोर्ड की ओर से दिया जाएगा। सीबीएसई ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वे स्कूलों में सैंपल पेपर्स की क्लास का आयोजन कराएं। साथ ही छात्रों की कॉपी चेक कर उनका स्कोर भी जारी करें। इससे छात्रों को बोर्ड एग्जाम से पहले ही अपनी तैयारी का आकलन करने का मौका मिलेगा।

अपलोड किए पेपर
सीबीएसई बोर्ड ने वेबसाइट पर कुछ दिन पहले ही बोर्ड एग्जाम से रिलेटेड क्वेश्चन पेपर्स को अपलोड कर दिया है, जिससे कोई भी स्टूडेंट और स्कूल सब्जेक्ट वाइज पेपर्स को डाउनलोड कर सकता है। इसके अलावा स्कूलों को टास्क दिया गया है कि वे हर दिन एक क्वेश्चन पेपर छात्रों को सॉल्व करा सकेंगे। स्कूल अपनी सुविधा अनुसार स्टूडेंट्स को ये सैंपल पेपर्स उपलब्ध करा सकते हैं। स्टूडेंट्स भी वेबसाइट से पेपर डाउनलोड कर तैयारी कर आकलन कर सकते हैं।

मनुष्य की नैतिक धारणाएं शिथिल हो गई हैं : मेंढे
वैज्ञानिक प्रगति की वजह से ही मनुष्य की नैतिक धारणाएं शिथिल हो गई हैं। यह बात विज्ञान प्रदर्शनी समारोह के समापन अवसर पर शिक्षण उपसंचालक नागपुर विभाग के सतीश मेंढे ने कही। पूर्व नागपुर जोन स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन बाल भारती एजुकेशन सोसायटी द्वारा संचालित जिंगल बेल्स हाईस्कूल व जूनियर कॉलेज हिवरी ले-आउट में किया गया। इस अवसर पर प्रमुख अतिथि ज्ञान विकास माध्यमिक विद्यालय के मुख्याध्यापक सुनील नायक ने कहा कि विज्ञान ने भाप, अणुशक्ति को अपने वश में करके मनुष्य के जीवन में चार चांद लगा दिए हैं। विज्ञान अभ्यास मंडल पुणे की दीप्ति बिष्ट ने छात्रों का मार्गदर्शन किया। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुए वीएमवी महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. किरण कारिया ने कहा कि यदि हम आधुनिक युग को विज्ञान कहें, तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं है। बाल भारती एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष ईश्वर बोलधन, वंदना सातपुते, वृषाली बोलधन, पार्थ गहाणे भी उपस्थित थे। संचालन दीप्ति चौधरी ने किया। 

स्टूडेंट्स ने बनाए विभिन्न मॉडल
प्रदर्शनी में शहर के विभिन्न स्कूलों के छात्रों तथा शिक्षकों द्वारा विभिन्न मॉडल्स बनाए गए। पुरस्कारों में छात्राें के प्राथमिक ग्रुप में प्रथम पुरस्कार रेहांश रामटेककर, खुशाल देवगडे, द्वितीय मोक्षदा बांधेकर, श्रेया हेडाऊ, तृतीय शेख रेहान, रुद्र दुबे, माध्यमिक ग्रुप में प्रथम अनिकेत शिवहरे, हर्षल कोल्हे, द्वितीय धनंजय पाल तथा तृतीय पुरस्कार सर्वेश बिजवे, सौरभ काले को दिया गया। शिक्षकों के ग्रुप में प्रथम प्रीति लालवानी, राजेश लांजेवार, सुनील बिखानी, शशांक अणेराव तथा निर्मला अंबोरे को पुरस्कृत किया गया। 


 

Created On :   7 Feb 2019 4:42 PM IST

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