जब सूर्य की किरणों ने किया शिवलिंग और प्रभु रामचंद्र का अभिषेक

Sun rays performed on Shivling and Lord Ramchandras anointing
जब सूर्य की किरणों ने किया शिवलिंग और प्रभु रामचंद्र का अभिषेक
जब सूर्य की किरणों ने किया शिवलिंग और प्रभु रामचंद्र का अभिषेक

डिजिटल डेस्क, नागपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे कॉलोनी, बेझनबाग, कामठी रोड, बेलिशाप-मोतीबाग स्थित 310 वर्ष पुराने प्राचीन शिवमंदिर में रामनवमी की सुबह अनोखा नजारा देखने मिला। मंदिर परिसर में श्री राम मंदिर व शिवमंदिर के गर्भगृह में पहुंच कर सूर्य की किरणों ने शिवलिंग का अभिषेक किया। जिसे सूर्य स्नान भी कहा जाता है। सूर्य की किरणों ने मंदिर में भगवान राम के चरणों को स्पर्श कर मुखमंडल पर अपनी किरणों का तेज प्रसारित किया। यह नजारा वर्ष में एक बार ही देखने मिलता है। चैत्र नवरात्र के मध्य से लेकर 10 अप्रैल तक सुबह 6 से 6.30 बजे तक यह नजारा देखने को मिलेगा। इसे देखना अपने आप में एक अलग अनुभव है। 

कोल्हापुर महालक्ष्मी मंदिर की तरह विदर्भ का एकमात्र मंदिर 
मंदिर की रचना ऐसी बनी है, जहां सूर्य किरणे सीधे मंदिर के अंदर शिवलिंग व राम-लक्ष्मण की प्रतिमा पर पड़ती है। विदर्भ में इस तरह का यह एकमात्र मंदिर है। सूर्य स्नान का नजारा कोल्हापुर के महालक्ष्मी मंदिर में देखने मिलता है। यहां सूर्य किरणे सीधे शिवलिंग का अभिषेक करती हैं। मंदिर परिसर में करीब 50 फीट लंबा स्लैब है। मंदिर के समक्ष 100 वर्ष पुराना पीपल का पेड़ है। पंडाल बना हुआ है, फिर भी सूर्य की किरणे गर्भगृह में प्रवेश करती हैं। रामनवमी उत्सव समिति के सदस्यों व मंदिर ट्रस्ट के सभी सदस्यों ने लोगों से यह अद्भुत नजरा देखने का अनुरोध किया है| भक्तों को इस नजारे का दर्शन कराने के लिए पी. सत्याराव, डॉ. प्रवीण डबली, शरद शर्मा सहयोग कर रहे हैं। 

अष्टमी हवन-पूजन 
उधर योग माता मंदिर, मेकोसाबाग सिंधी कॉलोनी में अष्टमी हवन-पूजन किया गया। मनोकामना यज्ञ किया गया। माता की चौकी सजाकर आरती की गई। नवरात्रोत्सव दौरान हर रोज भक्ति गीतों की प्रस्तुति की गई। अखंड ज्योति का पूजन किया गया। माता रानी का वैदिक मंत्रों से पूजन किया गया। अखंड ज्योति पूजन निर्मल दुधानी ने किया। प्रमुख यजमान सुनील दुधानी व कोमल दुधानी के हाथों पूजा संपन्न कराई गई।

Created On :   27 March 2018 5:03 PM IST

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