नैक मूल्यांकन से वंचित कॉलेजों के शिक्षकों की रुक सकती है सैलरी

Teachers of colleges without NAC evaluation can face trouble
नैक मूल्यांकन से वंचित कॉलेजों के शिक्षकों की रुक सकती है सैलरी
नैक मूल्यांकन से वंचित कॉलेजों के शिक्षकों की रुक सकती है सैलरी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पर्याप्त सुविधाओं के अभाव के कारण अब तक नैक मूल्यांकन से वंचित कॉलेजों में कार्यरत शिक्षकों के मार्च माह का वेतन रोका जा सकता है। नागपुर उच्च शिक्षा सहसंचालक डॉ. अर्चना नेरकर की ओर से कॉलेजों को इस संबंध में पत्र जारी किया गया है। दरअसल नागपुर विभाग के करीब 43 कॉलेजों के प्राचार्यों ने फरवरी माह तक हर हाल में अपने यहां नैक की टीम का निरीक्षण करवाने का शपथपत्र सहसंचालक को दिया था। इसके बाद भी मूल्यांकन पूरा न होने से नाराज सहसंचालक ने कॉलेजों को यह पत्र जारी किया है। उच्च व तकनीकी शिक्षा संचालनालय की चेतावनी के बाद सहसंचालक कार्यालय की ओर से यह पत्र निकाला गया है।

गुणवत्ता निश्चित करने की कोशिश
दरअसल राज्य सरकार की ओर से बीते कुछ वर्षों से लगातार नैक मूल्यांकन करके कॉलेजों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने की कोशिश का जा रही है। नागपुर सहित राज्य भर में ऐसे कई कॉलेज हैं, जहां पर्याप्त शिक्षक व अन्य सुविधाओं का सख्त अभाव है। हालांकि संबंधित विश्वविद्यालय की यह जिम्मेदारी होती है कि वे सभी सुविधाएं सुनिश्चित करके ही कॉलेजों को संलग्निकरण दें, लेकिन इसके बाद भी कॉलेजों की गुणवतता निर्धारित करने के लिए नेशनल एक्रिडेशन एंड एसेसमेंट काउंसिल कॉलेजों में शिक्षक, विद्यार्थी, नॉन टिचिंग स्टाफ, इंफ्रास्ट्रक्चर व अन्य मापदंडों पर कॉलेज की गुणवत्ता को परखता है। इसके लिए नैक की एक टीम आकर खुद कॉलेज का निरीक्षण करती है। इसके आधार पर कॉलेज को ग्रेड दिया जाता है।

नवंबर 2018 में सहसंचालक कार्यालय की ओर से सभी कॉलेजों को तीन माह के भीतर नैक मूल्यांकन पूरा कराने की सूचना दी गई थी। इसके बाद प्राचार्यों ने शपथपत्र भी लिखकर दिया था, लेकिन इसके बाद भी मूल्यांकन न कराने वाले कॉलेजों के शिक्षकों के अब वेतन रोकने की तैयारी की जा रही है। बता दें कि विगत दिनों यूनिवर्सिटी ने कई कालेजों को सुविधाओं को लेकर पहले ही आगाह कर दिया था।
 

Created On :   1 April 2019 2:32 PM IST

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