मराठी मतदाताओं को साधने महाराष्ट्र से आई 20 पार्टी पदाधिकारियों की टीम, भाजपा ने दिग्गजों को दिल्ली निकाय चुनाव में उतारा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली, सुनील निमसरकार। भाजपा ने गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव ही नहीं दिल्ली नगर निगम का चुनाव को भी साख का सवाल बना लिया है। पार्टी ने निगम चुनाव में भी पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा के केंद्रीय मंत्री, कई राज्यों में सत्ता संभाल रहे मुख्यमंत्री और अन्य राज्यों से आए पार्टी पदाधिकारी भी राजधानी में प्रत्याशियों के प्रचार में पसीना बहा रहे हैं। इनमें महाराष्ट्र से आए 20 भाजपा प्रदेश संगठन पदाधिकारियों की टीम भी शामिल हो गई। ये अगले कई दिनों तक दिल्ली में रहने वाले मराठी मतदाताओं से भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में वोट मांगेंगे।
आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में ऐसे लगभग 2.5 से तीन लाख है जो महाराष्ट्र से ताल्लुक रखते हैं। इसे देखते हुए भाजपा ने महाराष्ट्र से 20 पादाधिकारियों की टीम को चुनाव प्रचार में लगाया है। भाजपा के पश्चिम विदर्भ प्रमुख राजेन्द्र डांगे के नेतृत्व में ये पदाधिकारी दिल्ली में ही डटे रहेंगे। डांगे ने कहा कि मराठी वोटरों की संख्या यहां लाखों में है और इनमें से कम से कम 75 प्रतिशत वोटरों तक पहुंचने का उनका लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि वे मराठी लोगों की बस्तियों में जाकर उनसे संपर्क कर पार्टी को वोट करने की अपील कर रहे है। उन्होंने दावा किया कि प्रचार के दौरान मराठी लोगों से उन्हें अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। हालांकि उनका कहना है कि वे स्वयं प्रेरित होकर नगर निगम चुनाव प्रचार के लिए यहां आए हैं।
दिल्ली में क्षेत्रीय वोटरों की तादाद अच्छी खासी है और नगर निगम चुनाव में इन वोटरों की भूमिका भी काफी निर्णायक है। भाजपा इन्हें भी साधना चाहती है। उधर भाजपा ने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, हरदीप पुरी, किरेन रिजिजू, अनुराग ठाकुर, और मीनाक्षी लेखी को प्रचार में लगाया है। इनके अलावा असम और उत्तर पूर्वी राज्यों के मतदाताओं को लुभाने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत बिश्व शर्मा, मध्य प्रदेश के वोटरों के लिए शिवराज सिंह चौहान, उत्तराखंड के मतदाताओं के लिए पुष्कर धामी, हिमाचल के मतदाताओं के लिए जयराम ठाकुर को जिम्मेदारी दी गई है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा भी रोड शो कर चुके हैं और माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में गृहमंत्री अमित शाह भी दिल्ली चुनाव प्रचार करेंगे। दरअसल भाजपा ने 2014 में केंद्र में सत्ता संभालने के बाद दिल्ली निगम चुनाव में अमित शाह और कई केंद्रीय मंत्रियों को चुनाव प्रचार में लगाती रही है। शाह सहित अन्य केंद्रीय मंत्रियों ने 2017 में हुए स्थानीय चुनाव में कई जनसभाएं की थीं।
Created On :   22 Nov 2022 9:59 PM IST