नेता संग मंच पर बैठे थे आरोपी,दस्ते को देखते ही हो गए फरार

The accused was sitting with leader on the platform, went on seeing the squad
नेता संग मंच पर बैठे थे आरोपी,दस्ते को देखते ही हो गए फरार
नेता संग मंच पर बैठे थे आरोपी,दस्ते को देखते ही हो गए फरार

डिजिटल डेस्क,नागपुर।  नेता के साथ मंच पर बैठे आरोपियों ने जैसे ही वन विभाग के दस्ते को देखा नौ दो ग्यारह हो गए।  मामला पेंच शिकार का है। मामले में फरार चल रहे दो आरोपियों के बारे में गुप्त सूचना पर वन विभाग का दस्ता कोलितमारा स्थित आदिवासी शाला पहुंचा जहां  दोनों आरोपी मनराज इवनाते और राजाराम कोडवते, जिला परिषद सदस्य शांता कुमरे के साथ मंच पर बैठे थे। जैसे ही दोनों  आरोपियों की नजर वन विभाग के दस्ते पर पड़ी, दोनों भाग खड़े हुए और गांव के एक घर में जा छिपे। गौरतलब है कि इस मामले में 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।  

आरोपियों का पीछा किया तो गांव वालों ने घेर लिया 
जैसे ही आरोपी भागे तो वन विभाग के दस्ते ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया, लेकिन गांव के लोगों ने दस्ते को घेर लिया और गाली-गलौच करने लगे। इस दौरान जिला परिषद सदस्य कुमरे ने वन विभाग के दस्ते को आश्वस्त किया कि, वे आरोपियों को 5 अप्रैल को वन विभाग के समक्ष पेश कर देंगी। मौके की नजाकत को देखते हुए वन विभाग के दस्ता ने वहां से खिसकने में ही भलाई समझी और कार्रवाई किए बगैर बैरंग लौट गया। कार्रवाई पवनी के वन परिक्षेत्र अधिकारी पांडुरंग पखाले और नागलवाड़ी के वन परिक्षेत्र अधिकारी सचिन जाधव की संयुक्त टीम ने की। 

इससे पहले आरोपी की बहन ने रोका था  
 इस गिरफ्तारी में कोलितमारा निवासी महिला चंद्रकला वरठी, जो आरोपी मनोज इवनाते की बहन है, ने पहले भी आरोपियों की गिरफ्तारी से वन विभाग के दस्ते को रोका था। अदालत ने मनोज की जमानत रद्द कर दी थी, उसे गिरफ्तार किया जाना बाकी है। हाल ही में इस मामले में फरार चल रहे भीमराव परतेती को वन परिक्षेत्र अधिकारी पखाले ने गिरफ्तार किया था। वन विभाग ने जल्द से जल्द फरार चल रहे आरोपियों को गिरफ्तार करने के प्रयास तेज कर दिए हैं।  
क्या है मामला : दरअसल पेंच टाइगर रिजर्व के अधीन तोतलाडोह जलाशय में अवैध रूप से मच्छीमारी करने वाले आदिवासी समाज के लोगों पर बाघ का शिकार कर उनके अवयवों को बिक्री करने का आरोप है। वन विभाग के दस्ते ने खुफिया जानकारी के आधार पर जाल बिछाकर बाघ के अवयवों का फर्जी सौदा कर सबसे पहले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद पूछताछ में आरोपियों की संख्या बढ़ते-बढ़ते 17 के पार पहुंच गई। मामले में कई आरोपी फरार थे, जिन्हें गिरफ्तार करने का क्रम शुरू किया गया है।  

Created On :   28 March 2018 2:17 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story