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रिटायर कर्मचारियों की राशि पदाधिकारियों ने डकारी, 17 के खिलाफ मामला दर्ज

डिजिटल डेस्क, नागपुर। रेलवे कंज्यूमर को-ऑपरेटिव सोसाइटी में हुए एक घोटाले में सोसाइटी के पदाधिकारियों ने सेवामुक्त कर्मचारी की रकम उसके खाते में जमा करने के बजाय खुद ही हजम कर ली। मामला उजागर होने पर सदर थाना पुलिस ने 17 पदाधिकारियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।
सुनियोजित तरीके से किया गबन
नारी रोड स्थित बैंक कालोनी निवासी राघोलाल इंदुरकर (77) सेवामुक्त रेलवे कर्मचारी हैं। वह रेलवे एम्प्लॉइज कंज्यूमर को-ऑपरेटिव सोसायटी के सदस्य हैं। 30 सितंबर-2005 से 8 अगस्त-2018 के बीच सोसायटी ने करीब 20 सप्ताह की रकम राघोलाल के वेतन से नियमानुसार सोसायटी में जमा की थी। इसके अलावा राघोलाल ने 41 हजार 502 रुपए का चेक भी सोसायटी को दिया था, लेकिन राघोलाल की रकम सोसाइटी में जमा ही नहीं हुई है। पदाधिकारियों ने सुनियोजित तरीके से इसका गबन किया।
ये हैं आरोपी पदाधिकारी
अरूण एम.फाले, पवन खाडे पाटील, के. सुब्रमण्यम, वी.लक्ष्मी नायडू, भूषण गजभिये, सुरेश जांबुलकर, त्रिशरण सहारे, दादा अंबादे, हरिश्चंद्र धुर्वे, मोहनसिंह नागपुरे, गुलाम अब्बारा, वी.वी. पाठक, आर. गणेश, शिवशंकर पौनिकर, आर.बी. अपोतीकर, प्रदीप कांबले, डी.आर. मेश्राम।
आपस में पड़ी फूट
मामला थाने पहुंचने पर सोसाइटी के पदाधिकारियों में ही आपस में फूट पड़ गई है। एक-दूसरे पर घोटाला करने के आरोप-प्रत्यारोप किए जा रहे हैं। आरोप-प्रत्यारोप के चलते इस मामले में गंभीर खुलासा होने की संभावना है।
अन्य कर्मचारियों के साथ भी ऐसा ही हुआ
राघोलाल के अलावा अन्य कर्मचारियों के साथ भी ऐसा ही हुआ है। सितंबर 2005 से अगस्त 2018 तक के अन्य कर्मचारियों के वेतन का भी गबन किया गया है। सभी कर्मचारियों की रकम मिलाकर यह घोटाला लाखों में होने का अंदेशा व्यक्त किया जा रहा है। घोटाले से सोसायटी प्रबंधन में हड़कंप मचा हुआ है। मामले को जब दबाने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा था, इसी बीच पीड़ित सेवामुक्त कर्मचारी राघोलाल ने संबंंधित थाने में इसकी शिकायत कर दी। जांच में घोटाला होने की पुष्टि हुई है। गुरुवार को मामला दर्ज किया गया। अभी तक आरोपी पदाधिकारियों को गिरफ्तारी नहीं किया गया है।
Created On :   28 Dec 2018 4:11 PM IST