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कॉन्ट्रैक्ट टीचर्स की नियुक्ति पर 28 मई के बाद ही होगा निर्णय

डिजिटल डेस्क, नागपुर। यूनिवर्सिटी द्वारा शैक्षणिक सत्र 2018-19 के लिए अपने विविध विभागों में नियुक्ति किए गए, यहां कुल 72 शिक्षकों का कार्यकाल 30 अप्रैल को पूरा हो रहा है। अब इन्हें अगले साल के लिए एक्सटेंशन देना है या फिर से नई नियुक्ति प्रक्रिया आयोजित करनी है, इस निर्णय को नागपुर यूनिवर्सिटी ने आचार संहिता तक ठंडे बस्ते में डाल दिया है। आचार संहिता समाप्त होने तक यूनिवर्सिटी कोई भी निर्णय नहीं लेगा। इसकी समाप्त के बाद 28 मई का मैनेजमेंट काउंसिल की बैठक में नई कॉन्ट्रैक्ट नियुक्तियों पर मंथन किया जाएगा।
ऐसे में नागपुर यूनिवर्सिटी ने नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से पहले ही कॉन्ट्रैक्ट शिक्षकों की नियुक्ति की जो समय मर्यादा रखी थी, वह भंग होने जा रही है। बता दें कि नागपुर यूनिवर्सिटी ने इस सत्र में 92 शिक्षक पदों के लिए कॉन्ट्रैक्ट आधार पर नियुक्ति करने का निर्णय लिया था। इसमें यूनिवर्सिटी को करीब 700 उम्मीदवारों के आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसमें से 432 के आवेदन पात्र माने हुए। साक्षात्कार के बाद 72 शिक्षकों का चयन किया गया था। 17 नवंबर 2018 से जब दूसरे सेमिस्टर की शुरुआत हुई, तब इन्हें अध्यापन की जिम्मेदारी दी गई थी। इन्होंने यूनिवर्सिटी के कैंपस के विविध विभागों, लक्ष्मीनारायण इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, डॉ. बाबासाहब आंबेडकर लॉ कॉलेज में अपनी सेवाएं दीं। यूजीसी के मापदंड पूर्ण करने वाले उम्मीदवारों को नियुक्ति जाती है। इन्हें असिस्टेंट प्रोफेसर का पद और 24,000 रुपए प्रतिमाह वेतन दिया गया है।
250 पद खाली
यूनिवर्सिटी में बीते लंबे समय से करीब 250 शिक्षकों के पद खाली है। स्थायी पदभर्ती की प्रक्रिया को राज्य सरकार पहले ही रोक चुकी थी। इस सब का असर सीधे विद्यार्थियों पर पड़ रहा था। जल्द ही यूनिवर्सिटी में नैक का मूल्यांकन भी हाेना है, इतनी बड़ी संख्या में शिक्षकों के खाली पद यूनिवर्सिटी के ग्रेडेशन पर भी बुरा प्रभाव डालता है। यूनिवर्सिटी द्वारा 38 विभागों और 3 महाविद्याालयों का संचालन होता है। यहां नियमित शिक्षकों के पद खाली होने के कारण बड़ी संख्या में कांट्रिब्यूटरी शिक्षकों की नियुक्तियां की जाती हैं, जिन्हें प्रति लेक्चर के हिसाब से वेतन दिया जाता है, लेकिन लेक्चर पूरा होने के बाद ये शिक्षक सेवाभार से नियुक्त हो जाते हैं। इसके बाद विभाग में कोई शिक्षक नहीं मिलता।
Created On :   10 April 2019 3:10 PM IST