कोर्ट ने पूछा: क्या विमानों की सुरक्षित लैंडिग भी हमारी जिम्मेदारी  

The court asked: Is the safe landing of the aircraft also our responsibility
कोर्ट ने पूछा: क्या विमानों की सुरक्षित लैंडिग भी हमारी जिम्मेदारी  
कोर्ट ने पूछा: क्या विमानों की सुरक्षित लैंडिग भी हमारी जिम्मेदारी  

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बांबे हाईकोर्ट ने विमान द्वारा सुरक्षित यात्रा पर कई सवाल खड़े किए। बांबे हाईकोर्ट ने कहा है कि आज स्थिति ऐसी हो गई है कि विमान की सुरक्षित यात्रा के बाद हमे पायलट के प्रति आभार व्यक्त करना चाहिए। हाईकोर्ट ने यह बात एयरपोर्ट परिसर के निकट निर्धारित उंचाई से अधिक लंबाई वाली इमारतों को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान यह बात कही। हाईकोर्ट ने एयरपोर्ट को पास हो रहे अवैध निर्माण पर भी सवाल खड़े 
              
एयरपोर्ट के आसपास ऊंची इमारतों के मामले पर हाईकोर्ट की टिप्पणी
जस्टिस एससी धर्माधिकारी और जस्टिस भारती डागरे की खंडपीठ ने कहा कि एयरपोर्ट रनवे के रास्ते व एयरपोर्ट परिसर के पास बडे पैमाने पर अवैध निर्माण हो रहा है। यह विमान की लैंडिग के लिए सुरक्षित नहीं है। खंडपीठ ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि इस समस्या का समाधान निकालना और विमान की सुरक्षित लैंडिग कराना भी अदालत की जिम्मेदारी हो गई है।

हाईकोर्ट में याचिका दायर
सामाजिक कार्यकर्ता केतन तिरोडकर ने इस मुद्दे को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में दावा किया गया है कि रन वे की दिशा में छोटा अवैध निर्माण भी खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए नियमों के विपरीत किए गए निर्माण को तुरंत हटाया जाए।

पायलट के प्रति आभार व्यक्त करना चाहिए

याचिका पर उल्लेखित तथ्यों पर गौर करने के बाद खंडपीठ ने कहा कि आज कल स्थिति ऐसी बन गई है कि विमान यात्रा पूरी होने के बाद हमें पायलट के प्रति आभार व्यक्त करना चाहिए। सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की अनुपस्थिति को देखते हुए खंडपीठ ने फिलहाल मामले की सुनवाई स्थगित कर दी है।

Created On :   5 Jan 2018 6:13 PM GMT

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