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डेढ़ लाख में सोने की मूर्ति के नाम पर थमा रहे थे पीतल, पकड़े गए आरोपी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बुटीबोरी में नकली सोना बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने बुटीबोरी के कैलाश बाबाराव काले को एक किलो 33 ग्राम की पीतल की मूर्ति को असली सोना बताकर बेचने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने जाल बिछाकर धरदबोचा। आरोपियों के नाम राजेश लक्ष्मण माली (28) और विजय मोहन उर्फ कत्या फुलमाली (40) मऊ (इंदौर-मध्यप्रदेश) निवासी है।
फंसाने के लिए ऐसी बनाई कहानी
आरोपियों ने कैलाश को बताया कि मऊ में नाली की खुदाई के दौरान उन्हें सोने की मूर्ति मिली थी। उन्होंने पीतल की मूर्ति को असली सोना बताकर उसे डेढ़ लाख रुपए में बेचने का सौदा किया। पुलिस ने बुधवार को बुटीबोरी थाने से करीब 8 किलोमीटर दूर वाकेश्वर परिसर में दोनों आरोपियों को धरदबोचा। कम दाम में असली सोना मिलने के लालच में फंसे कैलाश के डेढ़ लाख रुपए बच गए। पुलिस सूत्रों के अनुसार धवड़पेठ बुटीबोरी निवासी कैलाश काले (38) के पास राजेश माली और विजय फुलमाली एक पीतल की मूर्ति लेकर पहुंचे। राजेश और विजय ने कैलाश से कहा कि सोने की यह असली मूर्ति उन्हें इंदौर में नाली खुदाई के दौरान मिली थी। इस मूर्ति को वह किसी को बिना बताए वहां से लेकर भाग निकले। उन्होंने कैलाश से कहा कि मूर्ति को वह कम से कम दाम में बेचना चाहते हैं। कैलाश ने उनकी बातों में आकर सौदेबाजी की।
शक होने पर की पुलिस से शिकायत
आरोपियों ने 1 लाख 50 हजार रुपए में मूर्ति देने का सौदा किया और वाकेश्वर परिसर में कैलाश को रुपए लेकर मिलने के लिए बुलाया। इस बीच कैलाश को उन पर शक हो गया। वह बुटीबोरी थाने पहुंचा और सारी कहानी बताई। थाने के कुछ कर्मचारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर जाल बिछाया और कैलाश से रुपए लेकर उसे मूर्ति देने के समय आरोपियों को दबोच लिया। मूर्ति की जांच कराने पर पता चला कि वह सोना नहीं, बल्कि पीतल की मूर्ति है। पुलिस ने कैलाश की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। मामले की जांच जारी है।
Created On :   14 April 2018 2:45 PM IST