श्रम संगठन का आंदोलन शतप्रतिशत सफल - न कोर्ई उपस्थिति दर्ज हुई, ना ही हुआ कोयला उत्पादन- परिवहन 

The movement of the labor organization was 100 percent successful - no attendance was recorded,
श्रम संगठन का आंदोलन शतप्रतिशत सफल - न कोर्ई उपस्थिति दर्ज हुई, ना ही हुआ कोयला उत्पादन- परिवहन 
श्रम संगठन का आंदोलन शतप्रतिशत सफल - न कोर्ई उपस्थिति दर्ज हुई, ना ही हुआ कोयला उत्पादन- परिवहन 

 डिजिटल डेस्क छिन्दवाड़ा/परासिया। पांच प्रमुख श्रम संगठनों के संयुक्त मोर्चा की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले दिन 2 जुलाई को पहली पाली में आंदोलन शतप्रतिशत सफल रहा। इस दौरान न ही कोई कामगार की उपस्थिति दर्ज हुई, न ही कोयला का उत्पादन और परिवहन हुआ। क्षेत्र के कारखानों में भी काम ठप्प रहा। इससे पहले श्रम संगठनों ने खदान पिट, कर्मशाला, सायडिंग और आफिस गेट के समक्ष एकत्रित होकर जमकर नारेबाजी की। आंदोलनकारियों के अनुसार तीन दिवसीय आंदोलन के दौरान प्रतिदिन सुबह और शाम को द्वितीय पाली में भी ऐसा ही प्रदर्शन होगा। 
पांच प्रमुख श्रम संगठनों में राष्ट्रीय कोयला खदान मजदूर संगठन- इंटक, भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ- बीएमएस, संयुक्त कोयला मजदूर संगठन- एटक, हिन्दू मजदूर सभा- एचएमएस और लाल झंडा कोल माइंस मजदूर यूनियन- सीटू शामिल है। आंदोलन से वेस्टर्न कोल फील्डस लिमिटेड- वेकोलि के छिंदवाड़ा जिले मेंं स्थिति पेंच और कन्हान क्षेत्र में व्यापक प्रभाव पड़ा। पेंचक्षेत्र की चार भूमिगत कोयला खदानों और एक ओपन कास्ट माइंस सहित अन्य कार्यस्थलों पर किसी भी कामगार ने अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करवाई। पेंचक्षेत्र में लगभग 35 सौ कामगार पदस्थ हैं, जो हड़ताल पर रहे। यहां प्रतिदिन लगभग 25 हजार टन कोयला उत्पादन होता रहा है। आंदोलन से न ही कोयला उत्पादन हुआ, न ही परिवहन हुआ। 
आंदोलनकारियों की मांग : 
कोल इंडिया का विनिवेश रोका जाए। कोल ब्लाक को निजी हाथों में न सौंपा जाए। कामगारों की कार्य अवधि 8 से 12 घंटे तक न बढ़ाई जाए। 
इनका कहना है--- 
पेंचक्षेत्र महाप्रबंधक सोहाग सी पांड्या ने बताया कि सुरक्षा के लिए केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल- सीआईएसएफ और पुलिस को तैनात रखा गया। कहीं भी कोई अप्रिय घटना घटित नहीं हुई, न ही कामगारों की उपस्थिति दर्ज हुई। 
विधायक और इंटक अध्यक्ष सोहन वाल्मिक ने बताया कि आपतकालीन स्थिति पर अस्पताल, खदान में कामगार बिना उपस्थिति दर्ज करवाए अपनी सेवाएं देंगे, ऐसी व्यवस्था बनाई गई है।

Created On :   2 July 2020 10:53 AM GMT

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