रिजर्व बर्थ पर कब्जा कर यात्रियों को धमका रहे थे, रेलवे मजिस्ट्रेट को देखते ही भागे

The occupants of the reserve berth were threatening the passengers, fled on seeing the railway magistrate
रिजर्व बर्थ पर कब्जा कर यात्रियों को धमका रहे थे, रेलवे मजिस्ट्रेट को देखते ही भागे
रिजर्व बर्थ पर कब्जा कर यात्रियों को धमका रहे थे, रेलवे मजिस्ट्रेट को देखते ही भागे

डिजिटल डेस्क जबलपुर। रिजर्व बर्थ पर बैठे संभ्रांत परिवार के सदस्यों की सीटों पर कब्जा करने के बाद असामाजिक तत्व यात्रियों को धमकाते हुए अभद्रता कर रहे थे, तभी रेलवे मजिस्ट्रेट प्रकाश कुमार उइके अपनी टीम के साथ चैकिंग के लिए मौके पर  पहुँच गए। रेलवे मजिस्ट्रेट को देखते ही तत्व भागने लगे, लेकिन पहले से मौजूद चैकिंग स्टाफ और आरपीएफ की टीम ने उन्हें दबोच लिया, जिन्हें श्री उइके ने समझाइश देने के बाद उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की, तब जाकर यात्रियों ने राहत की साँस ली। मामला नर्मदा एक्सप्रेस का है। 
शिकायत हुई थी
ट्रेन के यात्रियों ने रेलवे मजिस्ट्रेट को असामाजिक तत्वों की मनमानी और अभद्रता भरे व्यवहार के बारे में शिकायतें की थीं, जिनके खिलाफ कार्रवाई की गई। रेलवे मजिस्ट्रेट ने चैकिंग के दौरान जबलपुर से उमरिया तक 8 ट्रेनों में बेटिकट यात्रियों पर कार्रवाई करते हुए 2 लाख 70 हजार 870 रुपए का जुर्माना वसूल किया। स्टेशन पर मोबाइल कोर्ट लगाकर शिकायतों को सुना और उनका तत्काल निराकरण किया। वहीं रेल लाइन क्रॉस करने वालों, अवैध वेंडर्स, भीख माँगने वालों और स्टेशन पर शोर-शराबा करने वाले लोगों को सख्त हिदायत दी गई। अभियान में मजिस्ट्रेट स्क्वॉड के साथ मुख्य टिकट निरीक्षक एसएएन आबदी, अशोक खुराना, तुलसीदास दुबे, भूपत सिंह लोधी, आरपीएफ पोस्ट प्रभारी वीरेन्द्र सिंह मौजूद थे।

Created On :   26 Oct 2019 7:49 AM GMT

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